नई दिल्ली. जब लोगों के अधिकार छीने जाते हैं और उनके साथ नाइंसाफी होती है तो लोग मानवाधिकार आयोग में शिकायत करते हैं. शिकायत पर आयेग मामले की जांच कराकर संबंधित विभाग से उक्त लोगों की समस्या को दूर करने क निर्देश देता है. मगर, उत्तर प्रदेश के एक जिले में मानवाधिकार आयोग से कुत्ते की शिकायत की गई है. आयोग ने भी जिले के डीएम को पत्र भेजकर शिकायत की जांच कराकर मामले का निस्तारण करने का निर्देश दिया है. जिलाधिकारी ने नगर पालिका का मामले का निस्तारण कर अयोग को जबाव भेजने का निर्देश दिया है. डीएम का पत्र मिलते ही नगर पालिका ने मामले का निस्तारण करने पर काम शुरू कर दिया है.
साहब पड़ोसी रोजाना अपने कुत्ते को गली में शौच कराता है. कई बार मना करने पर भी नहीं मान रहा है. लड़ाई झगड़ा करने पर उतारु हो जाता है. ये पीड़ा उत्तर प्रदेश के एटा के प्रेमनगर में रहने वाले एक शख्स की है. कई बार अधिकारियों से फरियाद के बाद भी जब राहत नहीं मिली तो पीड़ित ने मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाया है. अब आयोग ने मामले का संज्ञान लेते हुए एटा जिला प्रशासन से जवाब मांगा है. पीड़ित ने आयोग को कुत्ते के शौट करते हुए फोटो भी भेजी है.
मोहल्ले के लोग भी परेशान हैं कुत्ते की शौच से
उत्तर प्रदेश के एटा शहर के मोहल्ला प्रेमनगर निवासी एडवोकेट विनीत कुमार मिश्रा ने मानवाधिकार आयोग को शिकायत भेजी है. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि पड़ोसी ने एक कुत्ता पाल रखा है. कुत्ते को शौच कराने के लिए गली में छोड़ देते हैं. प्रत्येक दिन वे इस काम को कराते हैं. कुत्ता दिनभर गली में ही शौच करता है. पूरी गली गंदी रहती है. कई बार इसका विरोध किया तो कुत्ते का मालिक लड़ाई के लिए उतारु हो आता है. इस मामले की शिकायत नगर पालिका और जिला प्रशासन से की गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. कुत्ते की शौच से मोहल्ले के लोग परेशान हैं. इतना ही नहीं पीएम मोदी द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन अभियान को भी ये पड़ोसी पलीता लगा रहे हैं. अब इस मामले में मानवाधिकार आयोग ने जिला प्रशासन से जवाब मांगा है.
इन लोगों पर है शौच कराने का आरोप
एडवोकेट विनीत कुमार मिश्रा द्वाराा मानवाधिकार आयोग को भेजी गई शिकायत में प्रेमनगर गली नंबर-दो के निवासी विपिन कुमार गुप्ता, कार्तिक गुप्ता, सोनू गुप्ता के नाम है. अधिवक्ता का आरोप है कि अगर शौच कराते समय विरोध किया तो यह झगड़ा करने के लिए आ जाते हैं. उन्होंने कहा कि बार—बार उन्हें ऐसा करने से मना किया गया, उन्हें समझाया गया लेकिन उन्होंने इस बारे में कभी नहीं माना.
नगर पालिका में नहीं है कुत्तों का पंजीकरण
एटा पालिका क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने कुत्ते पाल रखे हैं, लेकिन पालिका में एक भी रजिस्टर्ड नहीं है. कुत्तों का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए टैक्स देना पड़ता है. कुत्ता पालने वाले अधिकांश लोग सुबह के समय उन्हें शौच कराने के लिए ले जाते है. ये पालतू कुत्ते यहां-वहां शौच करते देते हैं. कई बार इसी बात को लेकर मोहल्लों में विवाद हो जाते हैं. एडीएम प्रशासन सत्यप्रकाश ने बताया कि मानवाधिकार आयोग से पत्र मिला है. उसका जवाब तैयार किया जा रहा है। इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी. नगर पालिका को निर्देश जारी कर दिए गए है.
Leave a comment