Home डेयरी Parag: इस दिवाली खाइए पराग की मिठाइयां, करीबियों को भी खिलाइये गुलाब जामुन और लाल पेड़ा
डेयरी

Parag: इस दिवाली खाइए पराग की मिठाइयां, करीबियों को भी खिलाइये गुलाब जामुन और लाल पेड़ा

Parag
पराग की मिठाइयों को लॉन्च करते अधिकारी.

नई दिल्ली. दिवाली करीब है. इस वजह से इसकी तैयारी में हर कोई जुट गया है. दिवाली के मौके पर मिठाइयों की बड़ी मात्रा में खपत होती है. हालांकि इस दौरान मिलावटी मावा से बनाई गई मिठाइयां भी खूब बेची जाती हैं. जिसका असर लोगों की सेहत पर पड़ता है. अगर आप भी बिल्कुल शुद्ध मिठाई खाना चाहते हैं या अपने करीबियों को देना चाहते हैं तो इसका एक और बेहतरीन ऑप्शन सामने आ चुका है. दरअसल पराग की ओर से मिठाइयों की एक श्रृंखला को लांच किया गया है, जो दीपावली से पहले आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी.

इससे पहले अमूल ने भी इसी तरह से मिठाइयों की श्रृंखला लांच की थी. उसी की तर्ज पर पराग भी दूध दही के साथ अब मिठाइयां बनाने का काम में आगे आ चुका है. पराग यह मिठाइयां अपने आउटलेट पर बेचेगा. मिठाइयों में लाल पेड़ा, मलाई पेड़ा, गुलाब जामुन और रसगुल्ला शामिल किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि रामनगर प्लांट में मिठाइयां बनाने का काम भी शुरू हो गया है. जल्द ही आउटलेट पर यह मिठाइयां उपलब्ध हो जाएंगी.

कितना होगा मिठाइयों का प्राइस
दूध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आरएल सहगल और सेल्स प्रमुख चंदन भारती ने वाराणसी में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि मिठाइयों का प्राइस कंपनियों के उत्पादन के बराबर ही होगा. बताया गया कि पराग का उद्देश्य गांव के छोटे-छोटे किसानों से दूध खरीदना और उन्हें सीधे तो अपना फायदा पहुंचाना है. 2021 में पराग डेयरी का प्रबंध राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड को सौंपा गया था, जिसके बाद से लगातार सुधार किया जा रहा है. पराग अब मिठाइयों के जरिए लोगों को अपने ब्रांड से जोड़ेगा.

दही और लस्सी भी बनेगी
गौरतलब है कि 2 लाख लीटर क्षमता वाले प्लांट में सितंबर में 1 लाख 95 हजार लीटर प्रतिदिन की औसत से दूध को प्रोसेस किया जा रहा है. तकरीबन 20 मैट्रिक टन क्षमता वाले पाउडर प्लांट की स्थापना भी की गई है. जिसका ट्रायल भी चल रहा है. इसके बाद यहां तीन से 25 किलोग्राम तक पैक में अलग-अलग पाउडर भी उपलब्ध हो जाएगा. वहीं कई तरह के घी भी उपलब्ध होंगे. हाल में 50 मीटर 10 प्रतिदिन की क्षमता का फॉर्मेटेड प्लांट भी लगाया गया है. जिसके बाद दही, छाछ, माठा और लस्सी का उत्पादन किया जाएगा. लॉन्च कार्यक्रम में आनंद कुमार सिंह, एमडी, पीसीडीएफ (पराग डेयरी वाराणसी), स्वपन सिन्हा, जीएम (मार्केटिंग), एनडीडीबी, आरएल सहगल, एमडी, वाराणसी मिल्क यूनियन और चंदन भारती, प्रमुख (मार्केटिंग), वाराणसी मिल्क यूनियन उपस्थित थे.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

SNF In Animal Milk
डेयरी

Dairy Animal Disease: डेयरी पशुओं के दूध में खून आने और खड़े होने में दिक्कत का देशी इलाज पढ़ें यहां

राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) की ओर से भी पशुपालकों को समय-समय...