Home पशुपालन Animal News: पशुओं को खाना देने में इन पांच बातों का जरूर रखें ख्याल, हैल्थ के साथ उत्पादन के लिए है अच्छा
पशुपालन

Animal News: पशुओं को खाना देने में इन पांच बातों का जरूर रखें ख्याल, हैल्थ के साथ उत्पादन के लिए है अच्छा

पशुओं को खनिज मिश्रण (मिनेरल पाउडर) खिलाना चाहिए.
प्रतीकात्मक फोटो। livestockanimalnews

नई दिल्ली. पशुपालन में पशुओं को संतुलित राशन दिए जाने की जरूरत होती है. पशुओं को दिए जाने वाले आहार से ही उन्हें दूध उत्पादन करने में मदद मिलती है. जबकि दिनभर में जो भी खुराक पशु खाते हैं, इससे वो खुद को हैल्दी रख पाते हैं. अगर पशु हैल्दी रहते हैं तो उनको बीमारियों का भी खतरा नहीं रहता है और दूध उत्पादन भी कम नहीं होता है. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि कई बार गाय को या भैंस को जब चारा खिलाया जाता है तो इसको तैयार करने में थोड़े बहुत चारे की बर्बादी होती है. इसलिए जरूरी है कि पशुओं को उसके अतिरिक्त आहार दिया जाए, जिससे बर्बाद हुए चारे की भरपाई की जा सके. ताकि पशु को उनके शरीर की जरूरत के मुताबिक आहार मिल जाए.

पशुओं को दिये जाने वाला राशन संतुलित होना चाहिए. अच्छी तरह से संतुलित आहार खिलाने से पशुओं की जरूरत के हिसाब से उसे सारे पोषक तत्व मिल जाते हैं. जबकि इस तरह का आहार देने से इसकी लागत भी काम आती है. अगर लागत कम आएगी तो इसका मतलब ये है कि डेयरी के काम में ज्यादा फायदा होगा. बता दें कि पशुपालन में फीड पर करीब 70 फीसदी तक का खर्च आता है.

यहां पढ़ें क्या-क्या करना है

  1. पशु आहार स्वादिष्ट होना चाहिए. अगर आहार खाने में टेस्टी है तो इससे पशु उसे चाव से खाते हैं. जबकि स्वाद नहीं है तो नमक और गुड़ मिलाकर इसका स्वाद बढ़ाया जा सकता है.
  2. राशन में ज्यादा पचने वाला फीड मिलाना चाहिए. ताकि आहार में मौजूद पोषक तत्वों को पशुओं की आंतों को आसानी से पचाने में मदद मिल सके.
  3. पशुओं को दिए जाने वाली खुराक में पर्याप्त मात्रा में खनिज पदार्थ होने चाहिए. गाय द्वारा उत्पादित प्रति एक लीटर दूध में जीरो 0.7 परसेंट से थोड़ा अधिक खनिज पदार्थ होता है. इसलिए भरपूर मात्रा में उन्हें मिनरल मिक्सचर्स आहार में मिलाकर देना जरूरी होता है.
  4. जानवरों केे आहार देने में समय का ख्याल रखना चाहिए. अगर ऐसा न किया जाए तो उत्पादक क्षमता कम हो जाएगी. आहार खिलाने का समय निश्चित होना चाहिए. ताकि जानवरों को आहार के लिए ज्यादा इंतजार न करना पड़े. कई बार एक बाड़े में ज्यादा पशु होने से सबसे बाद में जिस पशु को आहार दिया जाता है, उसे देर से आहार मिलता है.
  5. पशु के खाने में सभी बदलाव धीरे-धीरे करने चाहिए. अचानक से किया गया बदलाव नुकसान पहुंचा सकता है. वहीं पाचन समस्याओं के कारण अक्सर कब्ज की समस्या पशुओं में होती है. इसलिए ऐसा आहार देना चाहिए, जिससे पशु आसानी से पचा सकें.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

Animal Husbandry: Milk animals can become sick in extreme cold, adopt these methods to protect them from diseases.
पशुपालन

Animal Husbandry News: पशुपालन को मिला कृषि का दर्जा, पशुपालकों मिलेंगे ये बड़े फायदे

चिकन की डिमांड पूरी करने के लिए 25 हजार ब्रॉयलर, मुर्गी अंडे...

ppr disease in goat
पशुपालन

Goat: बकरियों को चारा उपलब्ध कराने में आती हैं ये रुकावटें, पढ़ें यहां

बताया कि बकरियाँ सामान्यत बेकार पड़ी जमीन, सड़क के किनारे नदी व...

langda bukhar kya hota hai
पशुपालन

Animal Husbandry: पशुओं की बरसात में देखभाल कैसे करें, यहां पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह

डेयरी फार्म में पशुओं के मल-मूत्र की निकासी का भी उचित प्रबंधन...

Animal husbandry, heat, temperature, severe heat, cow shed, UP government, ponds, dried up ponds,
पशुपालन

Animal Husbandry: यहां पढ़ें क्या है पशु क्रूरता के नियम, ​इसे न मानने वालों पर क्या होगी कार्रवाई

पशु क्रूरता से संबंधित शिकायत संबंधित थाना, पुलिस अधीक्षक, जिला पदाधिकारी और...