नई दिल्ली. अंडे प्रोटीन के सबसे अच्छे और सस्ते सोर्स मानें जाते हैं. अंडों को उबाल कर और दूसरे तरीके से भी खाया जाता है. बात अगर उबालकर अंडों के खाने की जाए तो कुछ लोग हाफ बॉयल तो कुछ फुल बॉयल करके खाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि अंडे को उबालने का एक सही तरीका है और इसी तरीके का ही इस्तेमाल करना चाहिए. वैज्ञानिकों ने अंडे को किस तरह उबालें, इसका तरीका खोज निकाला है. वैज्ञानिकों का कहना है कि पीला हिस्सा और सफेद भाग दोनों अलग-अलग तापमान पर पकाए जाते हैं. पीले हिस्से को पकाने के लिए 65 डिग्री सेल्सियस 149 फारेनहाइट तापमान की जरूरत होती है. जबकि सफेद हिस्से को पकाने के लिए 85 सेल्सियस यानी 150 फारेनहाइट तापमान की जरूरत होती है.
पारंपरिक तरीके से पकाने में पीले हिस्से और सफेद हिस्से दोनों अलग-अलग तापमानों के बीच संतुलन बनाना मुश्किल होता है. अगर अंडे को 100 सेल्सियस यानी 212 फारेनहाइट पर उबला जाए तो उसका सफेद वाला भाग अच्छी तरह से पक जाता है और मुलायम भी होता है लेकिन पीला हिस्सा पूरी तरह से सख्त हो जाता है. ये उन लोगों के लिए ठीक नहीं है जो इसके सख्त होने को पसंद नहीं करते हैं लेकिन आपको सफेद हिस्सा नरम चाहिए तो यह तरीका आपके लिए सही है. अंडा पकाने की एक और तरीका है, जिसमें 60 से 70 सेल्सियस के बीच हल्के गर्म में 1 घंटे तक रखा जाता है. इससे पीला हिस्सा नरम बन जाता है लेकिन सफेद हिस्सा पूरी तरह से नहीं पकता है और गीला रहता है. रिसर्च करने वालों का कहना है कि अंडा उबालने का एक सहित तरीका ढूंढा गया है. खास बात यह है कि इससे न केवल टेस्ट बेहतर होता है बल्कि सेहत के लिए भी यह अच्छा है.
यहां पढ़ें अंडा उबालने का सही तरीका
रिसर्च में जो नया तरीका सामने आया है, उसे पीरियोडिक कुकिंग कहा जाता है. इसमें अंडे को पहले उबालते हुए पानी में 100 डिग्री सेल्सियस यानि 212 फारेनहाइट में डाला जाता है और फिर हल्के गुनगुने पानी 30 डिग्री सेल्सियस 86 फारेनहाइट पर रखा जाता है. बेहतर रिजल्ट के लिए अंडे को हर 2 मिनट में दोनों तापमानों के बीच बदलते रहना चाहिए और यह प्रक्रिया 32 मिनट तक चलती है. इसलिए यह तरीका उन लोगों के लिए सही नहीं है जो अंडे को उबालने के लिए छोड़कर दूसरी जगह पर व्यस्त हो जाते हैं. इसके लिए हर वक्त आपको वहीं रहना पड़ेगा. हालांकि इसका नतीजा बेहद शानदार है. वैज्ञानिकों ने इस तरीके के बारे में बताया कि इससे अंडे का स्वाद और बनावट बेहतरीन हो जाती है.
इंसानों के लिए बेहद है फायदेमंद
रिजल्ट में सामने आया कि इस तरीके से पकाए गए अंडे की जर्दी और सफेद वाला भाग पूरी तरह से नरम और क्रीमी बन जाता है. वहीं इस तरह से अंडे पकाने में पॉलीफेनोल्स अंडों में ज्यादा होते हैं. यह एक तरह की सूजन और दर्द को कम करने में कारगर होते हैं. ये ज्यादातर पौधे में पाए जाते हैं और यह सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद होते हैं. यह तत्व एंटीऑक्सीडेंट और सूजन को कम करने वाले गुणों से भरपूर होते हैं. पौधे में खुद को सूरज की तेज किरण, सूखे या कीटों से बचने के लिए बनाते हैं, लेकिन अब रिसर्च से पता चला कि ये इंसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है.
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