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Fisheries: मछलियों के तालाब में चूना डालने के क्या हैं फायदे, जानें यहां

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प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. मछली पालन में मछलियों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए और उन्हें हेल्दी रखने के लिए फिश एक्सपर्ट गोबर चूना और सेंधा नमक जैसे कई पोषक तत्व तालाब के अंदर डालने की सलाह देते हैं. एक्सपर्ट की मानें तो इन चीजों को डालने का अपना-अपना फायदा है. अगर मछली पालक भाई इन सब चीजों का ख्याल रखें कि उन्हें तालाब में कब क्या डालना है और किन चीजों से उन्हें मछलियों का उत्पादन ज्यादा मिलेगा उनकी ग्रोथ बेहतर रहेगी तो मछली पालन के काम में उन्हें ज्यादा मुनाफा मिल सकता है.

वैसे भी मछली पालन का काम एक ऐसा काम है, जिसे करके आप सालाना 5 से 6 लाख रुपए तक का मोटा मुनाफा कमा सकते हैं, जो किसी अन्य काम के मुकाबले खराब नहीं माना जा सकता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि चूने का इस्तेमाल तालाब में क्यों किया जाता है? और इसका इस्तेमाल करने का क्या फायदा है? आइए इस बारे में डिटेल से जानते हैं. ताकि मछली पालन के काम में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके.

कैश्लियम कराता है उपलब्ध
बात की जाए चूना डालने के फायदे की तो यह पोषक तत्व, कैल्शियम उपलब्ध कराने के लिए और जल की अम्लीयत को कंट्रोल रखने में कारगर होता है. तालाब के अंदर जो एसिडिटी है और पानी की जो पीएच वैल्यू है पानी उसको नियंत्रित करने में काफी मदद करता है. अगर आप तालाब में चूना डालते हैं तो यह विभिन्न परजीवों के प्रभाव से मछलियों को बचता है. और तालाब के घुलनशील ऑक्सीजन स्तर को भी बढ़ता है.

इसलिए भी चूना डालना है जरूरी
बता दें कि नाइट्रोजन उर्वरकों के लगातार प्रयोग से तथा जैविक पदार्थ के उत्पन्न अम्लों के कारण मिट्टी की अम्लीयत बढ़ जाती है. इसके नतीजे तालाब के अंदर डाला गया फास्फोरस वाला उर्वरक बेकार चला जाता है. उर्वरकों के पूरे इस्तेमाल के लिए अम्लीयत को उदासीनता के स्तर तक लाना जरूरी होता है. चूने की मात्रा मिट्टी की अम्लीयत के आधार पर निश्चित की जाती है.

मछली पालकों को मिलता है फायदा
चूना पत्थर के फार्मूले की बात की जाए तो caco3 कैल्शियम कार्बोनेट इसे कहते हैं. चूना नेचुरल रूप से कैल्शियम उपलब्ध कराता है. वहीं पानी के अंदर जो भी हानिकारक धातु हैं उसे भी कंट्रोल करने में मदद करता है. वहीं चूना डालने से पानी की गुणवत्ता बनी रहती है. जिससे मछलियां पानी के अंदर अच्छा प्रदर्शन करती हैं और उनकी ग्रोथ तेजी से होती है. नतीजे में मछली पालन में मछली पालक को अच्छा खासा फायदा उठाने का मौका मिलता है.

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