आगरा. युवा शक्ति राम सेना के कार्यकर्ताओं ने ठेकेदार फर्म अल सुभाना, लहाम फूड और पशु चिकित्सा अधिकारी की मिलीभगत का लगाया आरोप लगाते हुए नगर निगम स्लॉटर हाउस में गोवंश के कटान का विरोध किया है.युवा शक्ति राम सेना के पदाधिकारियों ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर शहर की सड़कों से पकड़े गए गोवंश को स्लॉटर में लेजाकर काटने का भी आरोप लगाया गया है. स्लॉटर हाउस में गोवंश के कटान से राम सेना के कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन किया.
इन अधिकारियों को संबोधित ज्ञापन सौंपा
राम सेना युवा शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज शिवहरे ने सोमवार को आगरा में प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपने के बाद कहा कि ज्ञापन को प्रमुख सचिव, नगर विकास, आगरा मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, नगर आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपकर संबंधित कंपनी और अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
बंद होने के बाद भी चलाया गया स्लॉटर हाउस
उन्होंने आरोप लगाया है कि पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी अजय यादव ने 7 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया है, जो सिद्ध हो गया है, जिसमें अल सुभाना ट्रेडर्स एवं लाहम फूड़ कंपनी की मिलीभगत से करोड़ो रूपये की राजस्व हानि पहुंचाई जा रही है, जिसकी जांच अभी तक चल रही है. आरोप है कि स्लॉटर हाऊस स्थित कुबेरपुर, आगरा जो कि 15 फरवरी 2022 से नगर निगम, आगरा द्वारा पूर्णत्तय बंद कर रखा है, लेकिन पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी एवं स्लॉटर हाउस संचालनकर्ता फर्म मैं० अल सुभाना ट्रेडर्स आदि कि मिलीभगत से पूर्ण रूप से गैर कानूनी तरीके से संचालित किया जा रहा है, जिसकी पुष्टि हेतु आगरा शहर के लिए मान्य एएल अल- सुभाना, ट्रेडर्स लाहम फूड्स भोजन कंसोर्टियम द्वारा जारी गेट पास की 32 फोटो प्रतिलिपियां काफी है.
आगरा की मेयर भी कह चुकी हैं जांच कराने की बात
अनुज शिवहरे का आरोप है कि सरकारी स्लॉटर हाऊस में अपने पशुओं का कटान हेतु भेजते हैं जिसका खुलासा जांच में किया जा सकता है. उक्त अधिकारी डॉक्टर अजय यादव के विरूद्ध आगरा की महापौर एक टीवी चैनल बयान दे चुकी हैं. इतना ही नहीं इस मामले में डॉक्टर अजय यादव नाम स्पष्ट ले भी चुकी हैं. उन्होंने कहा था कि हम जांच करवा रहे हैं. अब तक हुई जांच से सात करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा हो चुका है, जिसका रिकॉर्ड प्रार्थी के पास सुरक्षित है. इसलिए हम मांग करते हैं कि
संबंधित अधिकारी उक्त बिन्दुओं पर बिन्दुवार जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध दंडात्मक कार्यवाही करने हेतु आदेश जारी करें.
छोटे पशुओं को भी काटने का आरोप
स्लॉटर हाऊस में भैसों के तीन माह से छोटे पशु (बच्चे) उ०प्र० सरकार द्वारा प्रतिबन्धित है. बावजूद इसके नियम विरूद्ध पूरे वर्ष तीन माह से छोटे पशुओं का कटान पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी एवं स्लॉटर हाऊस संचालनकर्ता आदि की मिलीभगत से किया गया है, जिसकी पुष्टि स्लॉटर हाऊस पर लगे सीसीटीवी कैमरों से की जा सकती है. इतना ही नहीं सीसीटीवी की फुटेज से इस बात की पुष्टि भी की जा सकती है कि कटान के लिए आए पशुओं में कितने भैंस एवं गायों के बच्चे थे. इसके अतिरिक्त महापौर के बयान के अनुसार उक्त अधिकारी द्वारा सात करोड़ रूपये संचालनकर्ता से वसूला गया है तथा नगर निगम आगरा के कोष में जमा नहीं किया गया है. कटान के उपरोक्त पशुओं के मीट की पूरे शहर में नगर निगम के वाहनों में पहुंचाया गया है.
आवारा पशुओं भी कोई लेखाजोखा नहीं
अनुज शिवहरे ने आरोप लगाया कि संज्ञान में यह भी लाना उचित होगा कि शहर में अवारा पशुओं के रख-रखाव की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार ने नगर निगम के उक्त अधिकारी को दी गई है. सड़कों से अवारा पशुओं को पकड़ा तो जाता है लेकिन उन्हें कहां भेजा जाता है इसका सक्षम/जिम्मेदारी अधिकारियों के पास किसी भी प्रकार का कोई भी लेखा जोखा नहीं है. आरोप लगाया कि सड़क से पकड़े गए अवारा पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखने के बजाय जिम्मेदार अधिकारी एंव स्लॉटर हाऊस संचानलकर्ता की मिलीभगत से उन्हें नगर निगम आगरा की गाड़िया सीधे स्लॉटर हाऊस ले जाती हैं. जिसकी जांच कराना बेहद जरूरी है. संबंधित अधिकारी एवं स्लॉटर हाऊस संचालनकर्ता की मिलीभगत से कुछ प्राइवेट फर्म भी सरकारी स्लॉटर हाऊस में अपने पशुओं का कटान हेतु भेजते हैं,जिसका खुलासा जांच में किया जा सकता है.
Leave a comment