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Animal Husbandry News: पशुपालन को मिला कृषि का दर्जा, पशुपालकों को मिलेंगे ये बड़े फायदे

Animal Husbandry: Milk animals can become sick in extreme cold, adopt these methods to protect them from diseases.
प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली. अब पशुपालक भाइयों को भी बिजली के रेट और टैक्स में भी राहत मिलेगी. इसके अलावा भी कई फायदे होंगे. दरअसल, यह फायदा महाराष्ट्र के पशुपालकों को मिलेगा. क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने मुर्गी पालन, मछली पालन, गाय- भैंस, भेड़-बकरी पालन करने वाले किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. इस राज्य में सरकार की ओर से पशुपालन को कृषि का दर्जा दे दिया गया है. जिससे कृषि सेक्टर वाली तमाम सुविधाएं, इस सेक्टर को भी मिलने लगेंगी. बता दें कि महाराष्ट्र देश का पहला राज्य होगा, जिसने पशुपालन को कृषि का दर्जा दिया है. 11 जुलाई को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है.

विधानसभा में पंकजा प्रज्ञा गोपीनाथ मुंडे ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि यह फैसला राज्य के सकल उत्पादन में कृषि क्षेत्र के साथ-साथ पशुपालन के योगदान को देखते हुए सरकार ने लिया है. वहीं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और नीति आयोग की 2021 की रिपोर्ट में भी योजना के साथ वैज्ञानिक तरीकों को अपनाने की सिफारिश की गई थी. ताकि पशुपालन में खतरे को कम किया जा सके. सरकार के फैसले से पशुपालकों को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा.

पीएफआई ने फैसले का किया स्वागत
सरकार के इस फैसले के बाद इसका स्वागत भी होने लगा है. पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के रनपाल ढांढा ने लाइव स्टक एनिमल न्यूज (Livestock Animal News) से बात करते हुए कहा कि सरकार ने अच्छी पहल की है. यह फैसला एक्सपोर्ट और प्रोडक्शन दोनों बढ़ाने के लिए जरूरी था. उन्होंने कहा कि यह फैसला सिर्फ महाराष्ट्र में लिया गया है. इसलिए यहां के लोगों को फायदा होगा. पूरे देश में अन्य राज्य की सरकारें भी इस तरह का फैसला लें. जिससे सभी को फायदा हो सके.

क्या फायदे होंगे, पढ़ें यहां
महाराष्ट्र सरकार के फैसले से पशुपालकों को कृषि लोन, ग्राम पंचायत के टैक्स में फायदा होगा. बताया गया कि एनिमल हसबेंडरी व्यवसाय के लिए सौर पंप ऊर्जा मशीनरी में सब्सिडी और पोल्ट्री फार्मिंग में भी फायदा होगा.

पशुपालकों को कृषि शर्तों के तहत बिजली स्थानीय निकाय टैक्स, लोन, सब्सिडी और सौर सब्सिडी लेने में दिक्कत नहीं आएगी.

25 हजार ब्रॉयलर, 50 हजार लेयर, 45 हजार की क्षमता वाली हैचरी को इस फैसले से राहत मिलेगी बात कही जा रही है. कहा जा रहा है कि इससे डिमांड पूरी करने में भी मदद मिलेगी.

डेयरी कारोबारियों के फायदे की बात कही जाए तो 100 पशु यानी गाय-भैंस, 500 भेड़-बकरी पालन में कृषि बिजली दरों में फायदा देने की बात की जा रही है.

पशुपालक कृषि क्षेत्र के समान सब्सिडी के साथ सौर पंप अन्य उपकरण लगाने के लिए भी पात्र हो जाएंगे.

पशुपालकों को पंजाबराव देशमुख ब्याज सब्सिडी योजना के तहत किसान क्रेडिट कार्ड पर पशुपालन परियोजना के तहत लोन पर चार फीसदी का ब्याज छूट मिलेगी.

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