नई दिल्ली. पशुओं को हर दिन कितनी मात्रा में फीड की जरूरत होती है, इस बात की जानकारी हर एक पशुपालक को होनी चाहिए. पशुओं को हैल्दी रखने के लिए हर दिन फीड दिया जाता है. इससे पशुओं को अपने शरीर के तापमान को उचित सीमा में बनाए रखने, शरीर की जरूरी क्रियायें जैसे पाचन क्रिया, ब्लड ट्रांसपोर्ट, सांस लेने, उत्सर्जन आदि में मदद मिलती है. इससे उसके शरीर का वजन भी एक सीमा में स्थिर बना रहता है. चाहे पशु उत्पादन में हो या न हो इस आहार को उसे देना ही पड़ता है. इसके अभाव में पशु कमजोर होने लगता है जिसका असर उसकी उत्पादकता तथा प्रजनन क्षमता पर पड़ता है.
एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि इसमें देसी गाय (जेबू) के लिए तूड़ी अथवा सूखे घास की मात्रा 4 किलो तथा संकर गाय और शुद्ध नस्ल की देशी गाय या भैंस के लिए यह मात्रा 4 से 6 किलो तक होती है. इसके साथ पशु को दाने का मिश्रण भी दिया जाता है. जिसकी मात्रा स्थानीय देसी गाय जेबू के लिए 1 से 1.25 किलो तथा संकर गाय, शुद्ध नस्ल की देशी गाय या भैंस के लिए इसकी मात्रा 2.0 किलो रखी जाती है. इस विधि द्वारा पशु को खिलाने के लिए दाना का मिश्रण का उचित सामग्री के साथ ठीक अनुपात में मिलाकर बना होना जरूरी है.
उत्पादन करने वाले पशु के लिए आहार
उत्पादन आहार पशु आहार की वह मात्रा है जिसे कि पशु को जीवन निर्वाह के लिए दिए जाने वाले आहार के अलावा उसके दूध उत्पादन के लिए दिया जाता है. इसमें स्थानीय गाय (जेबू) के लिए प्रति 2.5 किलो दूध के उत्पादन के लिए जीवन निर्वाह आहार के अलावा 1 किलो दाना देना चाहिए. जबकि संकर और देशी दुधारू गायों और भैंसों के लिए यह मात्रा प्रति 2 किलो दूध के लिए दी जाती है. यदि हरा चारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है तो हर 10 किलो अच्छे किस्म के हरे चारे को देकर 1 किलो दाना कम किया जा सकता है. इससे पशु आहार की कीमत कुछ कम हो जाएगी और उत्पादन भी ठीक बना रहेगा. पशु को दूध उत्पादन तथा जीवन निर्वाह के लिए साफ पानी दिन में कम से कम तीन बार जरूर पिलाना चाहिए.
गर्भावस्था के लिए आहार
पशु की गर्भावस्था में 5वें महीने से एक्स्ट्रा आहार दिया जाता है. क्योंकि इस अवधि के बाद गर्भ में पल रहे बच्चे की ग्रोथ बहुत तेजी के साथ होने लगती है. इसलिए गर्भ में पल रहे बच्चे की उचित ग्रोथ व विकास के लिए तथा गाय भैंस के अगले ब्यांत में सही दूध उत्पादन के लिए इस आहार का देना बेहद ही आवश्यक है. इसमें स्थानीय गायों (जेबू कैटल) के लिए 1.25 किलो तथा संकर नस्ल की गायों व भैंसों के लिए 1.75 किलो अतिरिक्त दाना दिया जाना चाहिए. अधिक दूध देने वाले पशुओं को गर्भावस्था के 8वें माह से या ब्याने के 6 सप्ताह पहले उनकी दूध ग्रन्थियों के पूरे विकास के लिए पशु की इच्छानुसार दाने की मात्रा बढ़ा देना चाहिए. इसके लिए जेबू नस्ल के पशुओं में 3 किलो तथा संकर गायों व भैंसों में 4-5 किलो दाने की मात्रा पशु की जीवन की जरूरत के अलावा एक्स्ट्रा दिया जाना चाहिए. इससे पशु अगले ब्यात में अपनी क्षमता के अनुसार अधिकतम दूध उत्पादन कर सकते हैं.
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