नई दिल्ली. बकरीद में महज पांच दिन बाकी हैं. बकरीद को लेकर मुस्लिम तेजी से तैयारी करने में जुटे हैं. ज्यादातर लोगों ने तो बकरे खरीद लिए हैं. अब ऐसे में भीषण गर्मी में इन बकरों की देखभाल कैसे करें, ये कुर्बानी करने वालों के सामने बड़ा सवाल है. 48 डिग्री के पार पारा पहुंचने की वजह से बकरों को बचाकर रखना बेहद जरूरी है. अगर थोड़ी सी भी लापरवाही कर दी तो जानवर बीमर हो सकता है. इसलिए अपने कुर्बानी क बकरे की देखभाल ठीक से करें. आज LiveStockAnimalNews.com विशेषज्ञों की राय आपके सामने रख रहा है, जो बकरे को स्वस्थ रखने में मदद करेगा. इसमें सबसे बड़ी बात है अगर भीषण गर्मी में अगर आपका बकरा हांप रहा है तो उसे इलेक्ट्राल पाउडर का घोल बनाकर दें. इस घोल की वजह से उसका हांपना बंद हो जाएगा.
गर्मी में खान-पान का रखें विशेष ध्यान
लगातार पड़ रही भीषण गर्मी ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. इसमें मनुष्य से लेकर पशु–पक्षी बेहाल हो रहे हैं. इसका असर जानवरों पर भी हो रहा है. पालतू पशु–पक्षी और जानवरों के लिए उनके पालक व्यवस्था कर रहे हैं लेकिन बदन झुलसा देने वाली गर्मी में ये पशु और जानकारी के अभाव में उनसे ऐसी गलती हो जाती हैं कि कभी–कभी तो जानवर तक मर जाता है. इस खबर में हम खासकर बकरीद के लिए तैयार किए जा रहे बकरों की बात कर रहे हैं. ऐसी गर्मी में उन्हें कैसे बचाएं, क्या खिलाएं, कौनसा चारा बेहतर है, फीड कैसा होना चाहिए आदि बातों का जवाब देते हुए वृंदावन स्थित स्टार साइंटफिक गोट फार्मिंग के संचालक राशिद बताया कि बकरीद नजदीक है गर्मी की वजह से बकरों का हाल बुरा हो रहा है. जगह बदलने से बकरा स्ट्रेस में आ रहे हैं. ऐसे में जानवर बीमार हो जाते हैं. इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो बकरा गर्मी में बीमार होन से बच जाएगा.
गर्मी में इन बातों का रखें खास ध्यान
–दिन में तीन से चार बार बकरे को साफ और ठंडा पानी पिलाएं.
–जब तापमान ज्यादा बढ़ जाए और बकरा हांफ रहा हो तो
इलेक्ट्राल पाउडर दें. एक इलेक्ट्राल पाउडर के पाउस को एक लीटर फ्रेश पानी में घोल लें और दिन में दो बार आधा-आधा लीटर दे दें. मतलब दिन में एक लीटर सोडियम उसके शरीर में चला जाना चाहिए.
–सुबह दस से शाम पांच बजे तक बकरों को धूप में न बैठाएं न ही चारागाह में छोड़ें. उन्हें छायादार जगह पर आराम करने दे.
गर्मी में बकरों को ओवर फीड होने से बचाएं.
लिमरा गोट फार्म के संचालक शफीक खान बताते हैं कि गर्मी की वजह बकरों को दिक्कत हो रही है. इसमें ओवर फीड भी एक बकरे को बीमार करने का कारण हो सकता है. बहुत से व्यापारी ओवर फीड कराकर बकरे को सुबह जल्दी मंडी में ले आते हैं, जिससे बकरा बीमार हो रहा है. बकरीद के लिए जो जानवर आप खरीद रहे हैं वो स्वस्थ है एक्टिव होना चाहिए. कुछ लोग बकरे को मोटा दिखाने के लिए उन्हें कई तरह के कैमिकल, ज्यादा पानी और बेसन पिलाकर लाते हैं. ये ओवर लिमिट बेसन-पानी बकरे के खेन में नसों के जरिए चला जाता है, जिससे कभी-कभी बकरे की मौत भी हो जाती है.
बकरों को हेल्दी रखने के लिए करें ये उपाय
–समय-समय पर बकरे को खाना देते रहें।
–गर्मियों में हरे चारे की मात्रा को बढ़ा दें.
–फीड में चना, चना की चुनी, गेहूं, चोकर, जो, और मिनरल दें.
–बकरे के सामने काला नमक और लाहौरी नमक जरूर रखें, जिससे उसे चाटकर अपना हाजमा ठीक कर सके.
–ओवर लिमिट कुछ भी न दें, अगर ओवर फीड करेंगे तो बकरा बीमार हो जाएगा.
–कोशिश करें कि बकरे को हरा चारा मिल जाए, अगर नहीं हैं तो सूखे चारे में कुछ सप्लीमेंट्स मिलाकर खिलाएं.
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