नई दिल्ली. बिहार राज्य में सीतामढ़ी जिले में गढ़ी माई मेला शुरू हो चुका है. इस मेले में परंपरा है कि श्रद्धालु बकरों की बलि देते हैं. जबकि सरकार की ओर से इस तरह की परंपरा पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है. ऐसे में श्रद्धालुओं में असमंजस की स्थिति है कि वह करें तो क्या करें. जबकि यहां बालि दिए जाने वाले बकरे के मीट का नेपाल सरकार टेंडर करती है और नेपाल में सारा मीट जाता है लेकिन बलि पर रोक लगाने के साथ एक्सपोर्ट पर रोक लग गई है. एसएसबी और पुलिस मेला क्षेत्र और इंडो-नेपाल बॉर्डर पर सख्त निगरानी बनाए हुए हैं ताकि कोई भी जानवर ला न सके.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गढ़ी मेला 15 नवंबर से शुरू हो चुका है लेकिन इसमें विशेष बलि पूजा 8 से 10 दिसंबर तक होती है. इस वजह से अगले दो दिनों तक बकरों के लाने पर सख्त निगरानी रखी जा रही है. यह मेल 15 दिसंबर तक चलेगा.
नेपाल सरकार को होता है फायदा
सीतामढ़ी के डीएम रिची पांडेय ने बताया कि मेले के दौरान भक्तों द्वारा उनकी मन्नत के अनुसार बालि देने और कबूतर को छोड़ने की पुरानी परंपरा है. यही वजह है कि मेले में तीन दिनों में लाखों पशुओं की बलि दी जाती है. हैरान करने वालाी बात ये है कि इस मांस का नेपाल सरकार टेंडर करती है. जिससे नेपाल सरकार को मेले में पशुओं की बलि से हासिल मीट के टेंडर से करोड़ों रुपये का फायदा होता है. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से इस तरह की परंपरा पर रोक लगाई जा चुकी है. इस वजह से इसको लेकर सख्ती बरती जा रही है.
6 मवेशियों के साथ तीन लोग गिरफ्तार
इसके बाद से इंडो-नेपाल बॉर्डर पशुओं पर एसएसबी की पैनी नजर बनी हुई है. पुलिस भी काफी सख्त है. तस्करों के साथ श्रद्धालुओं पर नजर रखी जा रही है. ताकि कोई भारतीय क्षेत्र से मेले में किसी भी पशु को न ले जा सके. वहीं इस बीच जिले की सीमावर्ती इलाके बैरगनिया में इंडो-नेपाल बॉर्डर से होकर नेपाल में प्रवेश कराए जा रहे 6 मवेशियों के साथ एक महिला को और दो लोगों को पकड़ा गया है. ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल के डॉ. हेमंत, अदिति बोडिया और रिंकल लोबो ने बताया कि एक कारोबारी नेपाल सीमा में फरार होने में कामयाब हो गया बाकी को पुलिस ने पकड़ लिया है.
सख्त कार्रवाई का दिया निर्देश
वही ह्यूमन सोसाइटी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि पशु और मत्स्य संसाधन विभाग पटना, व सीतामढ़ी डीएम ने अलग-अलग पत्र जारी किये हैं. इस पत्र में गढ़ी माई मेले को लेकर भारतीय क्षेत्र से पशुओं की तस्करी करने की योजना को असफल करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बीडीओ, सीओ, थाना पुलिस और एसएसबी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
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