नई दिल्ली. पशु विज्ञान विश्वविद्यालय लुधियाना पंजाब में 5 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया गया है. इस इन्वेस्टमेंट से विवि परिसर में इन्कलूसिव टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर की स्थापना की जाएगी. इस बात का ऐलान पशु चिकित्सा और पशुधन नवाचार और ऊष्मायन फाउंडेशन (वीएलआईआईएफ), गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, लुधियाना, पंजाब में स्टार्ट-अप पंजाब, पंजाब सरकार के सहयोग से गुरुवार को आयोजित स्टार्ट-अप और उद्यमिता ग्रैंड चैलेंज के आयोजन के दौरान हुआ. कुलपति डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि यह पहली बार है कि वेट यूनिवर्सिटी ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने और विश्वविद्यालय में नए बिजनेस के कल्चर के विकास के लिए एक ईको सिस्टम के विकास के लिए पहल की है.
वहीं वीएलआईआईएफ के निदेशक और डेयरी और खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी कॉलेज के डीन डॉ. आरएस सेठी ने कहा कि डीएसटी-निधि ने शैक्षणिक समुदाय के भीतर नवाचार, उद्यमशीलता और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय में एक समावेशी प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर (आई-टीबीआई) स्थापित करने के लिए 5 करोड़ रुपये का अनुदान प्रदान किया है. स्टार्ट-अप और उद्यमिता ग्रैंड चैलेंज उन कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा है, जो विश्वविद्यालय आने वाले दिनों में छात्रों, ग्रामीण युवाओं को पशु चिकित्सा और पशुधन क्षेत्र में स्टार्टअप संभावनाओं का पता लगाने के अवसर प्रदान करने के लिए आयोजित करेगा.
तीन विचारों को करेंगे सेलेक्ट, मिलेगा ईनाम
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एसएस गोसल ने पशु चिकित्सा और पशुधन क्षेत्र में स्टार्ट-अप और उद्यमिता ग्रैंड चैलेंज की पहल करने के लिए पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय को बधाई दी. इन्वेस्ट पंजाब के संयुक्त निदेशक दीपिंदर ढिल्लों ने विभिन्न इनक्यूबेटरों को हितधारकों के साथ जोड़ने में पंजाब सरकार की विभिन्न पहलों के बारे में बताया. स्टार्ट-अप पंजाब द्वारा शीर्ष तीन विचारों को नकद पुरस्कार दिए जाएंगे. पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद की संयुक्त निदेशक डॉ. दपिंदर कौर बख्शी ने नवीन विचारों के निर्माण के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व पर प्रकाश डाला.
सरकार नए विचारों के लिए कर रही कोशिश
एसटीपीआई, मोहाली के अतिरिक्त निदेशक डॉ. राकेश कुमार वर्मा ने कहा कि सरकार की विभिन्न एजेंसियां नवीन विचारों को लाने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं. डॉ. प्रकाश सिंह बराड़, निदेशक विस्तार शिक्षा ने डॉ. आरएस को बधाई दी. सेठी और उनकी टीम को इस पहल के लिए धन्यवाद ज्योति सरूप, संस्थापक और एमडी, द यूनती कोऑपरेटिव मार्केटिंग कम प्रोसेसिंग सोसाइटी लिमिटेड, डॉ. राधिका त्रिखा, मुख्य परिचालन अधिकारी, AWADH, आईआईटी, रोपड़ और श्री शिबानंद दाश, निदेशक, मुंजाल बर्मिंघम सिटी यूनिवर्सिटी सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप, लुधियाना ने भी विशेषज्ञ व्याख्यान दिए.
Leave a comment