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Fisheries: रंगीन मछलियों का कारोबार करना चाहते हैं तो इस सरकारी ऐप पर मिलेगी पूरी जानकारी

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प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. रंगीन मछलियों का कारोबार शुरू करने वालों की मदद के लिए एक बहुत ही अच्छा ऐप शुरू हुआ है, जिसकी मदद से इस काम को शुरू करने की तमाम जरूरी जानकारी आपको अपने मोबाइल की स्क्रीन पर मिल जाएगी. दरअसल, सेन्ट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाक्लचर (ICAR-CIFA) ने मत्स्यपालन विभाग, मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) के तहत वित्तीय सहायता के साथ “रंगीन मछली” ऐप विकसित किया है. जिसका मकसद सजावटी मछलियों की देखभाल, प्रजनन और रखरखाव पर तमाम भाषाओं में व्यापक जानकारी देना है.

रंगीन मछलियों के शौकीनों (होबईस्ट), किसानों और सजावटी मछली पालन में इस ऐप से बहुत मदद मिलेगी. ऐप में आठ भारतीय भाषाओं का सपोर्ट दिया गया है. जिससे मछली के व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा. एक सवाल के जवाब में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह ने इसकी जानकारी दी.

क्या हैं एप के फायदे, पढ़ें यहां
(1) लोकप्रिय सजावटी मछली की प्रजातियों और उनकी देखभाल के बारे में जानकारी मुहैया करना.

(2) एक्वेरियम दुकानों की सक्रिय निर्देशिकाओं (डाइनैमिक डायरकटरीस) के माध्यम से स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा देना.

(3) सजावटी जलकृषि तकनीकों का ज्ञान बढ़ाना, जिससे मत्स्य किसानों और दुकान मालिकों को सशक्त बनाया जा सके.

(4) सजावटी मत्स्य उद्योग में नए लोगों और पेशेवरों को शिक्षा प्रदान करना.

खासियत के बारे में पढ़ें
(1) एप में तमाम जानकारी आठ भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, जो यूजर्स के लिए एक्सेसिबिलिटी सुनिश्चित करती है.
(2) सजावटी मछली की देखभाल, प्रजनन (ब्रीडिंग) और रखरखाव पर डिटेल में मार्गदर्शन मिलेगा.
(3) “फाइंड एक्वेरियम शॉप” टूल: एक सक्रिय डायरेक्टरी है जो यूजर्स को पास के एक्वेरियम की दुकानों का पता लगाने में मदद प्रदान करता है और इसे दुकान मालिक स्वयं अपडेट करते हैं. यह सुविधा एक्वेरियम दुकान मालिकों को अपने व्यवसाय की पहुंच को व्यापक करने में सहायता देती है. वहीं मछली प्रेमियों को सजावटी मछली और एक्वेरियम उत्पादों के लिए विश्वसनीय सोर्स तक पहुंच आसान बनाती है.
(4) शैक्षिक मॉड्यूल: “एक्वेरियम देखभाल की मूल बातें” मॉड्यूल: एक्वेरियम के प्रकार, फिलट्रेशन, प्रकाश व्यवस्था, फीडिंग और दैनिक रखरखाव जैसे आवश्यक विषयों को शामिल करता है. दुकान मालिकों के लिए बेहतर विसिबिलिटी और अवसर पैदा करने के लिए आईसीएआर ने यह भी रिपोर्ट किया है कि “फाइंड एक्वेरियम शॉप” जैसे एप को विकसित किया गया है जिसके माध्यम से स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा दिया जाता है और सजावटी फिश बिजनेस में आर्थिक विकास को सहायता मिलती है. यह सुनिश्चित करता है कि यूजर्स अथेंटिक एक्वेरियम प्रोडक्ट और सेवाओं तक पहुंच सकें, जिससे असत्यापित (नकली) स्रोतों पर निर्भरता कम हो जाए. विश्वसनीय जानकारी उपयोगकर्ताओं को स्वस्थ एक्वेरियम बनाए रखने और सूचित निर्णय लेने के लिए ज्ञान प्रदान करती है, जिससे सजावटी मत्स्य व्यापार में सतता (सस्टेनेबिलिटी) और विकास को बढ़ावा मिलता है.

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Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

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