नई दिल्ली. पहले लोग अपने हाथों से सभी काम करते थे. बात चाहे घी निकालने की हो या मक्खन और पनीर बनाने की. चारा काटने की हो या फिर दूध निकालने की. वक्त के साथ तकनीकी आई तो लोगों ने अपने हाथों से काम करना छोड़ मशीनरी पर निर्भरता दिखाई. इसी का फायदा उठाकर कंपनियों ने हर वो मशीन बाजार में उतार दी, जिससे लोगों के काम आसान और शीघ्र होते जा रहे हैं. पशुपालन से लेकर डेयरी से जुड़ी मशीनों से हैदराबाद सज गया है. इंडियन डेयरी एसोसिएशन की ओर से आज से यानी चार मार्च 2024 से छह मार्च-2024 तक के लिए डेयरी एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है. इसमे देशभर से 200 से अधिक डेयरी कंपनियां और संस्थाएं हिस्सा ले रही हैं. आइए जानते हैं इस एक्सपो की खासियत…
दुग्ध उत्पादन में भारत दुनिया में नवंर वन
हिंदुस्तान में दूध उत्पादन पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा होता है.देश में प्रति वर्ष दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन से ज्यादा होता है.दुनिया में दूध उत्पादन में भारत की 26 फीसद हिस्सेदारी है. जबकि जीडीपी में दूध की हिस्सेदारी चार फीसदी है. इंडियन डेयरी एसोसिएशन (साउथ जोन) के अध्यक्ष डॉक्टर सतीश कुलकर्णी और केंद्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य और डोडला डेयरी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीवीके रेड्डी कहते हैं कि भारत में दुग्ध प्रोडेक्शन पांच फीसद की दर से बढ़ रहा है, जबकि विश्वस्तर पर ये दर महज 1.5 फीसदी की ही है.
नई तकनीक से किसानों को कराया जाएगा रूबरू
हाईटेक्स सिटी, हैदराबाद में में तीन दिन के डेयरी एक्सपो के दौरान डेयरी टेक्नोलॉजी पर भी चर्चा की जाएगी. इस दौरान पशुपालन पर चर्चा करने के लिए किसानों को दो घंटे का वक्त दिया गया है. कैटल हैल्थ के साथ ही डेयरी प्रोसेसिंग की तकनीक पर बात की जाएगी. किसानों को नई-नई तकनीक के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिससे उनके काम और भी आसान हो सकें.
स्टॉल पर नजर आएंगे ये डेयरी प्रोडक्ट
हैदराबाद की हाईटेक्स सिटी में तीन दिवसीय इस डेयरी एक्सपो में देशभर से 200 से ज्यादा कंपनियों के स्टॉल लगाए गए हैं. इन स्टॉल पर डेयरी प्रोडक्ट में लिक्विड दूध, दही, लस्सी, फ्लेवर्ड मिल्क, मिल्क पाउडर, दूध से बनी भारतीय मिठाईयां, चीज, घी-मक्खन और कई फ्लेवर आइसक्रीम भी आपको देखने और खाने को मिलेगी.
हाईटेक मशीनरी के बारे में जान सकेंगे किसान
इंडियन डेयरी एसोसिएशन की ओर से लगाए जा रहे इस हाईटेक डेयरी एक्सपो में एनीमल फार्म हाउस से लेकर प्रोसेसिंग प्लांट में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी की प्रदर्शनी भी लगेगी. इंडियन डेयरी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. आरएस सोढ़ी ने बताया कि इस तरह की मशीनरी में एनीमल हाउसिंग, मिल्किंग और हाउसिंग मशीन, कैटल फीडिंग प्लांट, मैन्यूर ट्रीटमेंट सिस्टम, फीड-फोडर और मिनरल्स के स्टॉल भी एक्सपो में डेयरी कारोबारियों के लिए लगाए जा रहे हैं. साथ ही पैकेजिंग से जुड़ी मशीन और मेटेरियल, टेस्टिंग मशीन, कच्चे माल, प्रोसेसिंग और प्रोडक्शन से जुड़ी मशीन और दूसरे जरूरी सामान भी एक्सपो में देखने को मिलेंगे.
बढ़ रहा डेयरी प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट
एपीडा के आंकड़ों पर गौर करें तो दो साल के मुकाबले 2021-22 में डेयरी प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट कई गुना बढ़ गया है. भारत से बड़ी मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट खरीदने वालों में 10 प्रमुख देश हैं. इन देशों ने इस साल कई गुना ज्यादा दूध, घी और मक्खन के साथ दूसरे प्रोडक्ट खरीदे हैं. इसमें पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर बांग्लादेश 684 करोड़, यूएई 438 करोड़ और बहरीन 214 करोड़ रुपये हैं. जबकि साल 2019-20 में बांग्लागदेश ने 8 करोड़ के डेयरी प्रोडक्ट , यूएई ने 264 करोड़ और बहरीन ने 25 करोड़ रुपये के डेयरी प्रोडक्ट भारत से खरीदे थे.
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