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Animal Husbandry: पशुओं के लिए मिलेगा मुफ्त चारा, यहां पढ़ें क्या है इसकी प्रक्रिया

सीता नगर के पास 515 एकड़ जमीन में यह बड़ी गौशाला बनाई जा रही है. यहां बीस हजार गायों को रखने की व्यवस्था होगी. निराश्रित गोवंश की समस्या सभी जिलों में है इसको दूर करने के प्रयास किया जा रहे हैं.
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. अगर आप भी बाढ़ जैसी आपदा से परेशान हैं और इसका असर पशुपालन के काम पर हो रहा है तो सरकार आपकी मदद करने क लिए तैयार है. सरकार की ओर से अपदा प्रभावित पशुओं की जिंदगी को बचाने के लिए योजना की शुरुआत की गई है. इसके लिए चारा वितरण कार्यक्रम शुरू किया गया है. ताकि पशुओं को चारा मिलता रहे और वो भूखे न मर जाएं. वहीं चारा मिलने से पशुओं का उत्पादन भी प्रभावित नहीं होगा, इसलिए इस योजना का फायदा सीधे तौर पर पशुपालक भाइयों को मिलेगा.

गौरतलब है कि पशु एवं मास्य संसाधन विभाग बिहार सरकार की ओर से आपदा प्रभावित पशुओं के जीवन बचाने के लिए पशु चारा वितरण कार्यक्रम, आपदा से प्रभावित पशुओं के जीवन रक्षा हेतु समय-समय पर पशु चारा वितरण कराने का कार्य जिला प्रशासन के सहयोग से जिला पशुपालन पदाधिकारी के द्वारा सम्पन्न किया जाता है. जिसका फायदा पशुपालकों को मिलता है.

कितना मिलेगा चारा, जानें यहां

निर्धारित सहायता देने के मुताबिक बड़े जानवरों के लिए 80 रुपए और छोटे जानवर के लिए 45 रूपए प्रतिदिन सरकार की ओर से पशुपालकों को दिया जाएगा. ताकि वो पशुओं के लिए चारा खरीद सकें.

आपदा ग्रस्त पशुओं की जिंदगी बचाने के लिये सामान्य तौर पर बड़े जानवरों के लिये 6 किलो ग्राम, छोटे जानवरों के लिए 3 किलो ग्राम और भेड़-बकरियों के लिये 1 किलो ग्राम चारा की जरूरत होती है. जिसे सरकार की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा.

पशु शिविरों या फिर अस्थायी शिविरों में एक बार में तीन दिन, एक सप्ताह के लिए चारा वितरण कराया जाता है और बाढ़ की स्थिति के अनुसार शिविर संचालन तक फिर वितरण कराया जाता है.

चारा देने की क्या है प्रक्रिया

जिला प्रशासन के मार्गदर्शन एवं सहयोग से शिविरों और अस्थाई शिविरों में पशुओं की संख्या के अनुसार चारा वितरण किया जायेगा. ताकि यहां मौजूद पशुओं को समय से चारा उपलब्ध हो सके.

चारा वितरण के पूर्व सभी प्रभावित पशुओं के प्रकार, संख्या के आधार पर गणना कर पशुपालकों को टोकन वितरण किया जाता है और उसी टोकन के आधार पर क्रमानुसार चारा का प्रबंध कर वितरित किया जाता है.

कोविड-19 की परिस्थितियों को देखते हुए आवश्यक सावधानी बरतते हुये चारा वितरण सोशल डिस्टेसिंग के साथ किया जाएगा. ताकि आसानी से चारा सभी को मिल सके.

इस संबंध में विशेष जानकारी पशुपालन निदेशालय, बिहार, पटना स्थित आपदा कोषांग (कॉन्टैक्ट नंबर 0612-2230942) या पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान, बिहार, पटना (0612-2226049) से प्राप्त की जा सकती है.

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