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World Egg Day: 10 साल में डबल हो गई अंडों की बिक्री, वजह जानकर गूगल पर करने लगेंगे सर्च

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प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली. नेशनल ऐग कोऑर्डिनेशन कमेटी (NECC) ऐसे ही नहीं कहती है, ‘संडे हो या मंडे, रोज खाएं अंडे’. डॉक्टर और न्यूट्रीशन एक्सपर्ट भी अगर अंडे खाने की सलाह दे रहे हैं तो उसके पीछे एक बड़ी वजह है. इन सब पर मुहर लगाती है अंडों की डबल होती बिक्री. कोरोना के बाद से तो अंडों की बिक्री में और ज्यादा उछाल आया है. जबकि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च भी सालभर में एक इंसान को कम से कम 180 अंडे खाने की सलाह देती है. शायद यही सब वजह है कि कोरोना के बाद दो साल में ही अंडों की बिक्री 16 सौ करोड़ बढ़ चुकी है.

साल 2012-13 में करीब 7 हजार करोड़ अंडों का उत्पादन हुआ था, जबकि 2022-23 में 14 हजार करोड़ अंडों का उत्पादन हुआ है. 11 अक्टूबर का दिन वर्ल्ड ऐग डे के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर अंडे खाने के फायदे समेत अंडों से जुड़ी कुछ अफवाहों को दूर करने की कोशि‍श भी की जाती है. अंडा उत्पादन के मामले में चीन पहले तो तीसरे नंबर पर भारत है. नमक्कल, तमिलनाडु को ऐग बॉस्केट कहा जाता है. आज देश में प्रति व्यक्ति के हिस्से में 101 अंडे आते हैं. वहीं न्यूट्रीशन और पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि आमतौर पर 6 से 7 रुपये में मिलने वाले अंडे में सबसे ज्यादा प्रोटीन होता है. और सबसे खास बात ये है कि अंडा प्योर होता है और इसमे मिलावट की कोई गुंजाइश नहीं होती है. इतने कम पैसों में प्योर, मिलावट रहित और मात्रा में भी ज्यादा प्रोटीन खाने की किसी और चीज में नहीं मिल सकता है.

जानें अंडे के बारे में क्या कहती हैं रिसर्च
डिमेंशि‍या के जोखि‍म को कम करने में खाने-पीने की क्या भूमिका हो सकती है, इस पर हुई रिसर्च में सामने आया है कि जो लोग अपने खाने में सीफूड और भूमध्यसागरीय आहार (Mediterranean Diet) में शामिल अंडा खाते हैं तो वो डिमेंशि‍या से सुराक्षित हो सकते हैं. रिपोर्ट का कहना है कि अंडे पोषक तत्वों और कई दूसरे फायदेमंद कंपाउंड से भरपूर होते हैं. इसमे विटामिन डी, फोलेट और कोलीन भी शामिल होता है. इतना ही नहीं अंडे प्रोटीन का एक जरूरी और सस्ता सोर्स भी है. एक्सपर्ट का कहना है कि अंडे की जर्दी में पाया जाने वाला कोलीन याददाश्त बढ़ाने में अहम रोल निभाता है. कोलीन ही डिमेंशि‍या को रोकने में भी मदद करता है.

गर्भ में पल रहे बच्चे को पहुंचाते हैं फायदा
न्यूट्रिशन का कहना है कि अगर अंडों का सेवन किया जाए तो ये शरीर को भरपूर प्रोटीन देते हैं. एक हैल्दी व्यक्ति एक दिन में 8 अंडे तक खा सकता है. अंडों को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए. जिससे शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिल सकें. अंडे बुजुर्ग और यहां तक छह माह के बच्चों को भी दिया जा सकता है. इतना ही नहीं एक्सपर्ट का तो यहां तक कहना है कि अंडे गर्भ में पल रहे बच्चों के लिए भी मुफीद हैं. इस संबंध में नेशनल एग कोआर्डिनेशन कमेटी (NECC) की ओर से गर्भवती महिलाओं को अंडों का सेवन करने की सलाह दी जाती है.

मेडिकल के छात्र ने रोज खाए 24 अंडे
अमेरिका की हावर्ड यूनिवर्सिटी की एक चौका देने वाली खबर सामने आई थी. यहां एक मेडिकल के छात्र ने अंडों को लेकर कुछ ऐसा किया कि पूरी दुनिया हैरान रह गई है. छात्र डॉ. निक नॉर्विट्ज ने खुद के कोलेस्ट्राल लेवल पर अंडों के असर का पता लगाने के लिए हर दिन 24 अंडे खाने शुरू किया. उसने महीने में 720 अंडे यानि 60 दर्जन अंडे खाए. इसके बाद छात्र का मेडिकल टेस्ट हुआ तो उसमें पता चला कि निक का कोलेस्ट्राल बढ़ा नहीं बल्कि 20 फीसदी तक घट गया है.

जानें अंडे के बारे में कौन क्या कहता है
विश्व स्वास्थ्य संगठन
ने 2019 कोविड के वक्त कहा था कि अंडे में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की क्षमता है. कोविड-19 से लड़ने में कारगर है. अंडे में अच्छे प्रोटीन, कॉपर, जिंक, सेलेनियम, मैंगनीज, विटामिन ‘डी’, विटामिन 12, आयरन और फोलिक एसिड भरपूर मात्रा में होते हैं. अंडे बीमारियों को रोकने और रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मददगार हैं.

भारतीय पोषण संस्थान (NIN) का कहना है कि इंसानों द्वारा खाए जाने वाले 450 फूड में से अंडे को मां के दूध के बाद पहला स्थान दिया गया है. इसलिए, छह महीने की उम्र से ही बच्चों को चावल के साथ अंडा दिया जा सकता है.

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि दूध और अंडे दोनों ही जानवरों और पक्षियों से प्राप्त होते हैं. उन्होंने तर्क दिया कि अगर दूध को शाकाहारी भोजन माना जाता है, तो अंडे को भी शाकाहारी माना जाना चाहिए. जैसा कि उनकी किताब ‘की टू हेल्थ’ में कहा गया है, गांधी का मानना था कि दूध की तरह अंडे भी शाकाहारी हैं.

भारत की सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में कहा था कि अंडे नॉनवेज नहीं हैं. इसका मतलब है कि अंडे का सेवन वो सभी लोग कर सकते हैं जो शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के आहार का पालन करते हैं.

भारत के प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद ने स्टील जैसी नसों और मजबूत मांसपेशियों वाले शरीर के निर्माण की वकालत की थी. उन्होंने अंडे के स्वास्थ्य लाभों को पहचाना और कथित तौर पर प्रतिदिन दो अंडे खाए थे. (जैसा कि स्वामी विवेकानंद की जीवनी, भाग 2 में बताया गया है.)
फूड एक्सपर्ट डॉ. वीआरके 2018 से सलाह दे रहे हैं कि प्रतिदिन 8 अंडे तक खाना सुरक्षित है.

कीटो डाइट गुरु नीलकंठ दुर्गाप्रसाद पिछले 6 वर्षों से कीटो डाइट का पालन कर रहे हैं, प्रतिदिन 6-10 अंडे और 60-80 ग्राम नारियल तेल का सेवन करते हैं. उनका दावा है कि इसकी वजह से बहुत स्वस्थ हैं.

AIG अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट और डाइटिशियन पीवी सत्यनारायण ने सुझाव दिया है कि अंडे को अपने आहार में खास जगह दी जानी चाहिए, क्योंकि LCHC विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में मदद कर सकता है.

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