नई दिल्ली. मॉनसून ने दस्तक दे दी है और देश के अलग-अलग हिस्सों में तेज और हल्की बारिश भी होने लगी है. बारिश से जहां आम इंसानों और जानवरों को गर्मी से राहत मिली है तो वहीं जानवरों के लिए एक मुश्किल भी आ खड़ी होती है. जानवरों को इस मौसम में कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है. इसके चलते उनके उत्पादन पर असर पड़ता है. यही नहीं पशु गंभीर रूप से बीमार पड़ जाते हैं तो उनकी मौत भी हो जाती है. इसके चलते पशुपालकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ जाता है.
ऐसे में पशुपालकों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी होती है कि वो पशुओं को बीमार होने से बचाएं. इसके लिए कुछ जरूरी कदम उठाए जाते हैं ताकि पशुओं को बीमारी से बचाया जा सके. बताते चलें कि बारिश के दिनों में भेड़ों को होने वाली बीमारी से बचाने के लिए केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर के पशु आनुवांशिकी एवं प्रजनन विभाग की टीम ने भेड़ पालकों को जागरूक किया और उन्हें बाड़े की साफ-सफाई के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ सफाई भी की.
किसानो को किया गया जागरूक
बताते चलें कि केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर के पशु आनुवांशिकी एवं प्रजनन विभाग की मालपुरा परियोजना (NWPSI) के प्रधान एक्सप्लोरर डा. पीके मलिक की ओर से मालपुरा क्षेत्र के कई गांवों में टीम पहुंची. इस दौरान टीम ने आमली, भीपुर एवम खेड़ा के पंजिकृत भेड़पालक किसान उददा गुर्जर, प्रभु गुर्जर, उम्मेद सिंह, रामलाल, धर्मा आदि किसानों से मुलाकात की और उन्हें बारिश के दिनों में भेड़ों को होने वाली बीमारियों के बारे में बताया. इसके साथ ही ये भी बताया कि कैसे भेड़ों को बीमारियों से बचाया जा सकता है. कार्यकम मे उनके साथ मालपुरा सेक्टर प्रभारी योगीराज मीना एवं मालपुरा परियोजना की टीम उपस्थित रही.
मिट्टी को जलाकर रोगों से बचाएं
जागरूकता कार्यक्रम के दौरान जानवरों के बाड़े में होने वाले परजीवी कीड़े, जूं एवं चीचड़े को खत्म करने के लिए व्यावहारिक तौर पर गैस से बाड़े की मिट्टी को जलाकर सफाई की गई. बताया गया कि समय-समय पर चूना पाउडर का छिड़काव और मिट्टी को जलाकर परजीवी के कारण होने वाली समस्या को खत्म करके शत-प्रतिशत परिणाम प्राप्त किया जा सकता है. परियोजना प्रिंसिपल एक्सप्लोरर ने किसानों को वर्तमान मे हो रही बारिश के मौसम में जानवरों की देखरेख किस प्रकार करनी है और जानवरों मे होने वाली बीमारियों से किस प्रकार की सावधानी से बचाया जा सकता है, उसके बारे मे विस्तार से बताया.
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