नई दिल्ली. गर्मियों में चारे की कमी होने से गोशाला संचालकों, पशुपालक और किसानों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है. इन दिनों पशुओं के लिए ये चारा बहुत ही मुश्किल से मिल पाता. ऐसे में पशुओं के लिए पौष्टिक और हरा चारा कहां से लाएं. इसे लेकर पशुपालक बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं. यूपी सरकार के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन अपने स्तर से चारे की कमी को दूर करने क लिए नए-नए तरीके अपना रहा है. सरकार की अपील के बाद दानदाता गोवंशों के लिए लगातार भूसा दान में दे रहे हैं. यूपी के फिरोजाबाद जिले की बात करें ते यहां पर भामाशाहों ने इतना भूसा दान में दे दिया है कि गोशाला मं रखने की जगह भी कम पड़ गई है. अब गोशालाओं में भूसा भंडारण के लिए जगह का इंतजाम किया जा रहा है.
गर्मी की शुरुआत होते ही जगह-जगह चारे की कमी हो जाती है. पशुओं के सामने आई चारे की समस्या से प्रशासन को भी दो-चार होना पड़ता है. इसलिए वे अपने स्तर से भी गर्मियों में चारेकी समस्या को कम करने के लिए जतन करते हैं. ऐसे ही उत्तर प्रदेश के जिलों में स्थानीय प्रशासन ने अभियान छेड़ रखा है. प्रशासन गोशालाओं के लिए भूसा दान में मांग रहा है. इतना ही नहीं लोगों को प्रेरित करने के मकसद से प्रशासन भूसा दान करने वाले लोगों को सम्मानित भी कर रहा है. यही वजह है कि लोग गोवंशों के लिए लगातार भूसा दान में दे रहे हैं. अभी हाल ही में एटा जिले में एक ठेल लगाने वाले गोशाला के लिए 16 क्विंटल भूसा देकर मिसाल पेश की है. इससे प्रेरित होकर और भी लोग सामने आ रहे हैं.
मथुरा में 70 सरकारी गो आश्रय सदन संचालित
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में इस बार सरकारी गोशालाओं में भूसे की कमी न होने का अनुमान जताया जा रहा है. इसका कारण सीजन पर ही पशु चिकित्सा विभाग ने करीब 3.2 लाख क्विंटल भूसा एकत्रित कर गोशालाओं में पहुंचा दिया है. अभी भी भूसा कलेक्शन जारी है. जिले में करीब 70 सरकारी गो आश्रय सदन संचालित हैं. इनके लिए प्रतिवर्ष सीजन पर पशु चिकित्सा विभाग गोशाला संचालकों की मदद एवं पंचायती राज विभाग के सहयोग से सीजन पर ही भूसा एकत्रित कर लेता है. गत वर्ष कई गोशालाओं में किल्लत होने के बाद मंहगी कीमत में भूसे के इंतजाम करने पड़े थे. इस कारण इस बार सीजन पर ही इन सरकारी गोशालाओं के लिए बड़ी मात्रा में भूसा एकत्रित कर लिया गया है यहां अप्रैल से अब तक कुल 3.2 लाख कुंटल भूसा एकत्रित कर विभिन्न गोशालाओं में भिजवाया जा चुका है. जबकि अभी भी भूसे का संकलन करने का कार्य किया जा रहा है.
57 हजार क्विंटल भूसा भेजा चुका है गोशालाओं में
पिछले वर्ष जिले की सरकारी गोशालाओं के लिए कम भूसा दान में मिला था. जबकि इस बार अप्रैल से अब तक यहां कुल 57 हजार क्विंटल से ज्यादा भूसे का दान एकत्रित कर विभिन्न गोशालाओं में भिजवा दिया गया है. गोशालाओं के लिए खोले गए सहायता खाते में चार वर्ष बाद भी आज तक एक भी रुपए का दान नहीं मिल सका है. मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर विपिन गर्ग ने बताया कि जिले में अब तक 57 हजार क्विंटल भूसा दान के साथ कुल 3.2 लाख क्विंटल भूसा एकत्रित कर गोशालाओं को भिजवा दिया है. अभी भी भूसा संकलन का कार्य चल रहा है.
आगरा: भूसा नहीं तो रकम भी कर सकते हैं दान
आगरा में गोवंश को चारा न मिल पाने के कारण काफी दिक्कतें आ रही हैं. इसको देखते हुए निर्णय लिया गया है कि जो गोसेवक 10 क्विंटल भूसा दान करेगा, उसको जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा. अधिकतम भूसा संरक्षण कराने में सहयोग करने वाली ग्राम पंचायत को भी प्रोत्साहित किया जाएगा. जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी पशुप्रेमी और गोवंश में आस्था रखने वाले नागरिकों से अपील की है कि यदि आपके पास गोवंश के दान में देने के लिए भूसा, हरा चारा, चोकर आदि की उपलब्धता नहीं है तो आप नगद धनराशि के रूप में दान कर सकते हैं. यह दान आप अपने निकटतम खंड विकास अधिकारी अथवा उप मुख्य/पशु चिकित्साधिकारी को देकर रसीद प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि जो गौ प्रेमी न्यूनतम 10 क्विंटल भूसा अथवा दान में 11 हजार रुपये की धनराशि दान करेगें उन्हें जिला प्रशासन द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.
भूसा संरक्षण करने वाली पंचायत होंगी प्रोत्साहित
बताया जा रहा है प्रमुख सचिव पशुधन उत्तर प्रदेश शासन द्वारा दिये निर्देशों के अनुपालन में प्रत्येक ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव के माध्यम से प्रति ग्राम पंचायत न्यूनतम 10 क्विंटल भूसा दान स्वरूप ग्राम के सक्षम किसानों के सहयोग से प्राप्त कर निकटतम गो- आश्रय स्थल पर संग्रहित करवाए, जो ग्राम पंचायत अधिकतम भूसा संरक्षण कराने में सहयोग करेंगी. उन ग्राम पंचायतों को सम्मानित/प्रोत्साहित किया जाएगा. किसी भी सहयोग या सामंजस्य के लिए आगरा के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के मोबाइल नंबर 9412380780 पर संपर्क किया जा सकता है.
एटा में 300 क्विंटल दान किया भूसा
एटा जिले के दानदाताओं और किसानों ने 300 क्विंटल से ज्यादा भूसा दान कर दिया. सीवीओ डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले की सभी 23 गोशालाओं में सालभर के लिए भूसे का स्टॉक करने के लिए शासन से निर्देश प्राप्त हुए हैं. शासनादेश के अनुसार भूसा खरीदने के साथ किसानों से भी स्वेच्छा के आधार पर भूसा एकत्रित किया जाना है. इसके लिए सभी ब्लॉक क्षेत्र के किसानों से भूसा दान की अपील की जा रही है. अपील के बाद मारहरा, अलीगंज और निधौलीकला ब्लॉक क्षेत्र के ही कुल छह किसानों ने 226 क्विंटल गेहूं का भूसा दान किया था. इसके बाद भी लगातार गोसेवक भूसा दान कर रहे है. अभी तक 300 क्विंटल से ज्यादा भूसा दान में आ चुका है. भूसा दान कर रहे हैं जिलाधिकारी उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करेंगे. जिले की सभी गोशालाओं में संरक्षित 4210 गोवंशों के लिए विभाग के माध्यम से अब तक 19,537 क्विंटल भूसा खरीद लिया है. बाकी की खरीद अभी भी की जा रही है.
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