Home पशुपालन Goat Farming: बकरी फार्म में फर्श पर इस मिश्रण का जरूर करें छिड़काव, कई बीमारियों से होता है बचाव
पशुपालन

Goat Farming: बकरी फार्म में फर्श पर इस मिश्रण का जरूर करें छिड़काव, कई बीमारियों से होता है बचाव

अच्छी फसल और अच्छी नस्ल दोनों पशुपालन में मायने रखती हैं. ठीक उसी प्रकार बकरी पालन में भी ये नियम मायने रखता है.
बाड़े में बकरियां

नई दिल्ली. बकरी पालन के दौरान कई बार फॉर्म में मिट्टी में नमी आ जाती है. खासतौर पर ये ठंड और बरसात में होता है. इसके चलते जानवरों में खून की कमी हो जाती है. वहीं उनके खुरों में बीमारी हो जाती है और जानवर लंगड़ाने लग जाते हैं. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि इस समस्या का हल जरूर निकालना चाहिए. इस समस्या से जानवरों का बचाव कैसे करना है ये बात हर बकरी पालक को पता होना चाहिए. क्योंकि इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए मिट्टी में कुछ चीजों को मिलाने की जरूरत होती है. जिससे बकरियों में यह बीमारी नहीं होगी और आपकी बकरी बेहतर उत्पादन करती रहेगी.

एनिमल एक्सपर्ट का कहना है जिस तरह से बकरियां में इंटरनल बीमारियां होती हैं, ठीक उसी तरीके से शरीर के ऊपर बीमारियां होती हैं. उनसे भी बचाना बेहद ही जरूरी होता है. नहीं तो इसका असर बकरियों की सेहत पर पड़ता है और इससे उत्पादन कम हो जाता है. जिससे बकरी पालक को नुकसान होता है.

मिश्रण में क्या-क्या मिलाना है
इस समस्या को दूर करने का बड़ा ही आसान सा तरीका है. सबसे पहले बुझा हुआ चूना लेना है. उसके अंदर मिट्टी इस्तेमाल कर सकते हैं. या फिर चूल्हे की राख का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. वहीं इस मिश्रण में नमी को दूर करने के लिए दवा भी आती है. उसे भी इसके अंदर ऐड कर देना है और फिर इन सब चीजों को अच्छी तरह से मिला देना है. ताकि कायदे से चूना, चूल्हे की राख सही से मिल जाए. वहीं जो दवा डाली गई है वो भी मिल जाए. चूने से हाथ न कटे इसके लिए आप हाथों में गलव्ज पहन लें और फिर इसको अच्छी तरह से मिला दें.

जानें कब करना है इसका इस्तेमाल
इस मिश्रण को डालने का फायदा यह होगा कि जमीन के अंदर जो भी बैक्टीरिया है या कोई कीड़े हैं. उन सभी को यह बहुत ही आसानी के साथ खत्म कर देता है. क्योंकि चूना अपने आप में एंटीबायोटिक माना जाता है. जिसको डालने से फायदा मिलता है. इस बात का ध्यान दें कि इस मिश्रण में जिस मिट्टी का इस्तेमाल करना है, उस मिट्टी में नमी नहीं होनी चाहिए और वहीं बाड़ा भी पूरी तरह से सूखा होना चाहिए. नमी के दौरान इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

कितनी मात्रा में मिश्रण का करना है छिड़काव
इसकी डोज की बात की जाए तो 200 ग्राम दवा का पाउडर, 2 किलो चूना और 2 किलो मिट्टी या चूल्हे की राख भी शामिल कर सकते हैं और इसका फिर पूरे फॉर्म के अंदर छिड़काव कर दें. इसमें इस बात का ध्यान देना है कि कोई भी हिस्सा छूटे न, जब पूरी तरीके से जमीन पर ये लग जाए तो फॉर्म सफेद नजर आने लगेगा. जब यह मिक्स हो जाएगा तो जमीन के अंदर जितने भी कीड़े हैं, यह उन्हें मार देगा. क्योंकि इससे कीड़े मर जाएंगे. बता दें कि कई बार ऐसा होता है कि जमीन के अंदर कुछ कीड़े होते हैं जो जानवरों का खून चूसते हैं.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

livestock animal news
पशुपालन

Milk Production: ज्यादा दूध देने वाली गायों को हीट से होती है परेशानी, जानें क्या है इसका इलाज

उच्च गुणवत्ता-युक्त अधिक दूध प्राप्त होता है, लेकिन ज्यादा तापमान युक्त हवा...

ब्रुसेलोसिस ब्रुसेला बैक्टीरिया के कारण होता है जो मुख्य रूप से पशुधन (जैसे गाय, भेड़, बकरी) में पाए जाते हैं.
पशुपालन

Animal Husbandry: बरसात में पशुओं को इस तरह खिलाएं हरा चारा, ये अहम टिप्स भी पढ़ें

बारिश के सीजन में पशुओं को चारा नुकसान भी कर सकता है....

पशुपालन

CM Yogi बोले- IVRI की वैक्सीन ने UP में पशुओं को लंपी रोग से बचाया, 24 को मिला मेडल, 576 को डिग्री

प्रदेश सरकार के साथ मिलकर 2 लाख से अधिक कोविड जांच करवाईं....

milk production
पशुपालन

Animal News: अच्छी क्वालिटी का सीमेन कहां से खरीदें, जानें इस बारे में

जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है. क्योंकि उच्च गुणवत्ता वाले सीमन...