नई दिल्ली. मई के तीसरे सप्ताह में ही पारा 47-48 डिग्री सेल्सियस पहुंचने लगा है. भीषण गर्मी से लोग ही नहीं पशु व पक्षी भी परेशान होने लगे हैं. हीटवेव की वजह से पशु-पक्षियों के मरने की भी सूचना आने लगी है. ऐसे में पशु-पक्षियों को पानी और धूप से बचाने का बेहद जरूरी है. ऐसे में पशु व पक्षियों को भी गर्मी में पानी मुहैया कराने के लिए तैयार रहना होगा. घरों की छत पर बर्तन में पक्षियों के लिए पानी रखना शुरू का दिया है. राजस्थान में भी सूर्य देवता के तेवर इन दिनों तीखे होते जा रहे हैं. ऐसे में आम जन जीवन का जहां जीना यहां दुश्वार है. वहीं मूक पक्षी भी इस गर्मी से आहत हैं. ऐसे में सरहदी जिले जैसलमेर में मातृशक्ति की एक अनूठी पहल सामने आई है. जैसलमेर की शक्तिपीठ देगराय ओरण के पास बसे सांवंता गांव में पशु पक्षियों को इस भीषण गर्मी से राहत मिले इसके लिए पर्यावरण प्रेमियो ने पानी का इंतजाम कराया.
भीषण गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है.उत्तर प्रदेश सहित देश के कई हिस्सो में में गर्मी अपने पूरे चरम पर है. तापमान 47 तो कहीं-कहीं 48 को भी पार हो चुका है. अभी से इतनी गर्मी पड़ना शुरू हो गई है तो जून मे क्या होगा. हालात ये हो गए हैं कि हीट वेव के चलते पक्षियो को पानी तक ठीक से नहीं मिल पा रहा है. नहर-कुओं में भी पानी नहीं बचा है. ऐसे में पानी के लिए पक्षी इधर—उधर भटक रहे हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के वन विभाग ने एक जंगलों में छोटे-छोटे तालाब खोदवा दिए हैं, जिससे पशु यहां आकर अपनी प्यास को बुझा सके. इन तालाबों के बन जाने से हजारों पशु-पक्षी अपनी प्यास बुझा रहे हैं. वहीं राजस्थान के थार क्षेत्र में पर्यावरण प्रेमियों ने पक्षियों के लिए पानी के लिए परिंडे रखना शुरू कर दिया है.
महिलाओं ने हाथों में परिंडे लेकर लिया पक्षियों की प्यास बुझाने का संकल्प
जैसलमेर जिले में इन दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. मौसम विभाग ने हीट वेव की चेतावनी भी जारी कर रखी है. ऐसे में इंसानों के साथ साथ पशु-पक्षियों के भी बुरा हाल है. ग्रामीण इलाकों में पशु पक्षियों के लिए पीने के पानी के लिए ग्रीन मैन नाम से मशहूर नरपत सिंह राजपुरोहित ने गांवों में पक्षियों के पीने के पानी के लिए मिट्टी के परिंडे लगाने का अभियान चलाया. फतेहगढ़ इलाके के डेगराय ओरण इलाके में शुक्रवार को उन्होंने महिलाओं को परिंडे लगाने के लिए मोटिवेट कर सांवता गांव में महिलाओं के हाथों करीब 120 परिंडे पेड़ों आदि पर लगाकर संकल्प भी लिया. ग्रीन मैन नरपत सिंह ने बताया कि उनकी मुहिम है कि इन बेजुबानों के लिए पानी की व्यवस्था हो. ऐसे में महिलाओं को ही जागरूक करके उनके ही हाथों से परिंडे लगाने का अभियान चलाया गया. साथ ही महिलाओं को परिंडे लगाने के बाद उनमें लगातार पानी भरने और मूक पक्षियों के लिए लगातार प्रयास करने का संकल्प भी दिलाया. वन्यजीव प्रेमी सुमेर सिंह भाटी ने बताया की हमारे देगराय ओरण में 120 परिंडे सांवता गांव में लगाए. ग्रीन मैन ने युवाओं को प्रेरित किया व महिलाओं ने संकल्प लिया कि सुबह पहला काम परिंडो में पानी डालने का रहेगा. इस दौरान जोगराज सिंह, हरीश गर्ग, नेनाराम, प्रकाश और करना राम आदि साथ रहे.
पक्षियों के लिए वनों में बनाए गए छोटे तालाब
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के गंगावन, भागीरथ वनों में पक्षियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए छोटे तालाब बनाए गए हैं. इन तालाबों को जंगहों में थोड़ी-थोड़ी दूर पर खोदवाया गया है, जिससे पशुओं को पानी के लिए बहुत दूर तक न भटकना पड़े. इन तालाबों में वन विभाग की ओर से पानी भरवाया जाता है. अलग-अलग जगहों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिससे वे तालाबों में पर नजर रख सकें. जैसे ही तालाब खाली होते हैं, उन्हें पाइप लाइन जरिए या फिर टैंकरों से भरवा दिया जाता है. इस बारे में वन रेंजर विवेक कुमार ने लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज से बात करते हुए कहा कि आगामी दिनों में गर्मी काफी तेज होगी. कासगंज के वनों में हजारों की संख्या में पक्षियों का बसेरा रहता है. पेड़ों की छांव व पानी के लिए पानी उपलब्ध होने से पक्षियों को काफी राहत मिलेगी.
कोशिश करें कि पक्षियों को पानी के न भटकना पड़ें
पर्यावरण प्रेमी भारत किशोर दुबे ने कहा कि भीषण गर्मी में पेड़, पौधों में सिंचाई की बहुत जरूरत होती है. निराश्रित पशु व पक्षी भी गर्मी की वजह से काफी परेशान होते हैं इसलिए इनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है. तेज धूप में उन्हें पीने के लिए पानी जरूर उपलब्ध कराएं. घरों की छतों पर बर्तन में पानी भरकर रखने से पक्षियों को पानी उपलब्ध होगा. सुबह के समय पक्षियों को दाना भी खिलाएं. शहर और कस्बों व गांवों में लोग निराश्रित पशुओं के लिए पानी उपलब्ध कराने के लिए प्याऊ बनाए जाते थे. सार्वजनिक स्थलों पर यह प्याऊ धीरे-धीरे समाप्त हो गए.
कैलाश मंदिर ने भी चलाया पक्षियों की प्यास बुझाने का अभियान
आगरा में गर्मियों के दिनों में पक्षियो की प्यास बुझाने का काम किया जा रहा है. इसे लेकर आगरा के कैलाश शिव मंदिर से प्यासे पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए अभियान छेड़ा हुआ है. पक्षियों का सरंक्षण करने वाली युवाओं की टीम ने लोगो को पक्षियों के लिए मिट्टी के सकोरे में पानी डालकर छतों और खिड़कियों में रखने की अपील की. युवाओं की इस पहल के बाद घरों में चिड़ियों की चहल पहल बढ़ गई है.
आगरा में रेलवे भी बुझा रहा है पक्षियों की प्यास
आगरा में एनसीआर भारत स्काउट्स एवं गाइड्स आगरा मंडल की ओर से परिंडा लगाएं, परिंदा बचाएं अभियान चलाया. अभियान का शुभारंभ डीआरएम आनन्द स्वरूप द्वारा की गई. मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय परिसर में पक्षियों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए दो दर्जन से अधिक जलपात्र लगाए. इस मौके पर एडीआरएम (ओपी)/ मुख्य जिला आयुक्त (स्काउट/गाइड) मुदित चंद्रा, एडीआरएम (इंफ्रा) असद सईद, एडीआरएम (एसएस) वीरेन्द्र वर्मा, वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी / जिला आयुक्त (गाइड ) मानसी वर्मा, मंडल वाणिज्य प्रबंधक कु. प्रशस्ति श्रीवास्तव, मंडल कार्मिक अधिकारी के. एल. जायसवाल, जिला सचिव प्रवीन कुमार, सहायक जिला सचिव डी. के. श्रीवास्तव, ग्रुप लीडर बी.के. जारोलिया, स्काउटर कन्हैया लाल झा, सुधीर कुमार मौर्य आदि मौजूद रहे.
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