नई दिल्ली. देशभर में आइसक्रीम खाने वालों शौकीनों की तादाद में दिन ब दिन इजाफा हो रहा है. जबकि मौजूदा बाजार में आइसक्रीम के बहुत से ब्रांड तमाम फ्लेवर्स की आइसक्रीम को बाजार में उतार चुके हैं. शायद यही वजह है कि देश में आइसक्रीम का बाजार दिन दोगुनी और रात चारगुनी तरक्की कर रहा है. साल 2023 तक के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो भारत का आइसक्रीम का बाजार 30 हजार करोड़ रुपये हो गया है. जबकि इस सेक्टर से जुड़े जानकारों का कहना है कि इसमें कमी नहीं आने वाली है. उनका अंदाजा है कि साल 2028 तक ये आंकड़ा 50 हजार करोड़ रुपयों के पार हो जाएगा.
वर्ल्ड ऑफ आइसक्रीम एक्सपो टीम से जुड़े अमित वर्मा और आलोक सरन का कहना है कि 2023 में भारतीय आइसक्रीम बाजार का आकार 30 हजार करोड़ से ऊपर था और 2024-30 के दौरान 13.49 फीसदी की गति से बढ़ने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि साधारण आइसक्रीम की आसान निर्माण प्रक्रिया ने ग्रामीण क्षेत्रों में असंगठित क्षेत्र को बढ़ने में मदद की है. जिससे हाल के वर्षों में असंगठित क्षेत्र में ग्रोथ दर्ज की गई है. जिससे टेस्ट वरीयताओं को बनाने में आसानी और कच्चे माल की उपलब्धता के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आइसक्रीम की बिक्री में इजाफा दर्ज किया गया है. आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ता कुल्फी जैसे स्वाद को पसंद करते हैं. जिन्हें दूध, चीनी और सूखे की सही मात्रा के साथ बनाना आसान है.
बड़ी कंपनियों का टर्नओवर 500 करोड़ तक पहुंचा
उन्होंने बताया कि आइसक्रीम सेक्टर से जुड़ी बड़ी कंपनियों का सालाना टर्नओवर 500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. वहीं मीडियम कंपनीज का टर्नओवर 100 करोड़ का आंकड़ा छू गया है. जबकि स्मॉल कंपनियों के टर्नओवर को देखा जाए तो 20 से 50 करोड़ रुपये सालाना दर्ज किया गया है. इतना ही नहीं बहुत छोटी कंपनियां जिन्हें माइक्रो कंपनियों के कैटेगरी में रखा जा रहा है उनका भी टर्नओवर एक करोड़ से 20 करोड़ तक है. अगर भारत में एक व्यक्ति पर आइसक्रीम खपत की बात की जाए तो 1.8 लीटर दर्ज की गई है.
यहां लगेगा वर्ल्ड ऑफ आइसक्रीम एक्सपो
बताते चलें कि इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो सेंटर ए 11 एक्सपो ड्राइव सेक्टर 62 नोएडा यूपी में वर्ल्ड ऑफ आइसक्रीम एक्सपो लगने जा रहा है. पूरे भारत से आइसक्रीम इंडस्ट्री से जुड़े सभी व्यापारिओं को इस मंच पर आमंत्रित किया गया है. ताकि भारत में इस उद्योग को नयी उच्चाइयों तक ले जाया जा सके. अमित वर्मा ने बताया कि छोटे छोटे आइसक्रीम मैन्युफैक्चरर्स भारत के हर कोने में अच्छा व्यवसाय कर रहे हैं. वर्ल्ड ऑफ आइसक्रीम एक्सपो के मंच पर सेक्टर में आने वाली मुश्किलों और रुकावटों का सामना करना का हल ढूंढा जाएगा.
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