नई दिल्ली. एमएसपी सहित कई मांगों को लेकर किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया है लेकिन केंद्र सरकार उन्हें दिल्ली से पहले ही रोकना चाहती है. यही वजह है कि दिल्ली-हरियाना, पंजाब-हरियाणा, नोएडा-दिल्ली, यूपी-हरियाणा सहित कई सीमाओं को सील कर दिया है. इन सीमाओं पर बैरिकेडिंग के अलावा रोड पर कील लगा दी हैं तो सीमेंट की दीवार तक बना दी गई हैं. ऐसे में दिल्ली में अंडा की सप्लाई प्रभावित हो सकती है, क्योंकि अंडा हरियाणा के बरवाला से सबसे ज्यादा सप्लाई किया जाता है. हालांकि हरियाणा के कई और भी जिले है जो अंडे की सप्लाई दूसरे राज्यों में करते हैं लेकिन इस आंदोलन के कारण हरियाणा से दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर देने से अंडा, चिकन और दूध की सप्लाई प्रभावित हो सकती है. अब तक तो दिल्ली में अंडे का स्टॉक था लेकिन बोर्डर सील होने के बाद इन दिल्ली में सप्लाई कभी भी बंद हो सकती है. यही वजह है कि दिल्ली मंडी में दो दिन के अंदर अंडे के रेट में 10-15 रुपये का उछाल आ गया है.
पंजाब में ही किसानों को रोकना चाहती है हरियाणा सरकार
किसान आंदोलन का असर देश की राजधानी दिल्ली में दिखने लगा है. पंजाब-दिल्ली और यूपी के किसानों ने दिल्ली कूच करना शुरू कर दिया है तो दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली से पहले ही रोकने के लिए कवायद भी शुरू कर दी है, इस कारण आम रोड से लेकर हाइवे तक पर दिल-रात जाम लगा है. इस जाम के कारण बेहद जरूरी चीजों के लिए भी परेशानी शुरू हो गई है. इसमें सबसे ज्यादा दूध, चिकिन और अंडा की सप्लाई प्रभावित हो सकती है.
पुलिस और किसानों में झड़प
दिल्ली जाने के लिए किसान पूरी तरह से अड़ गए हैं. पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने सीमेंट की बैरिकेडिंग तक लगा दीं. किसानों ने इन बैरिकेडिंग को तोड़कर हरियाणा के अंबाला होते हुए दिल्ली की ओर कूच किया तो पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े. इससे किसान और पुलिस के बीच में झड़प भी हुई.
अंडा की बरवाला से सबसे ज्यादा सप्लाई
दिल्ली, फरीदाबाद और यूपी सहित कई राज्यों से हरियाणा से अंडा की सप्लाई होता है. सबसे ज्यादा अंडा बरवाला से आकर दिल्ली, नोएडा,फरीदाबाद सहित यूपी व अन्य राज्यों में जाता है. ऐसे में किसान आंदोलन के कारण हरियाणा से दिल्ली की ओर वाहन नहीं आ पा रहे हैं. जब वाहन नहीं आ रहे हैं तो सप्लाई भी नहीं हो पा रही. ऐसे में दिल्ली में मांग बढ़ने और सप्लाई न होने के कारण दामों में भी उछाल देखने को मिला.13 और 14 फरवरी को सौ अंडे 540 रुपये मिले जबकि 11-12 फरवरी को यही सौ अंडे की रेट 533 रुपये थी. हालांकि ये अभी मामूली सी बढ़त दिख रही है लेकिन अगर आंदोलन ऐसे ही जारी रहा तो दामों में और भी उछाल देखने को मिल सकता है.
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