नई दिल्ली. देश में बकरी के दूध का कारोबार तेजी के साथ अपनी छाप छोड़ता चला जा रहा है. क्योंकि दूध का उत्पादन भी बढ़ रहा है. यही वजह है कि बकरी के दूध उत्पादन के मामले में भारत दुनिया में पहले नंबर पर पहुंच गया है. विशेषज्ञ कहते हैं कि दो साल को छोड़ दें तो हर साल दूध उत्पादन तें बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. वहीं दूध कारोबार में अच्छे मुनाफे के चलते बकरी पालने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. यही वजह है कि केन्द्र सरकार के बकरी अनुसंधान केन्द्रों में बकरी पालन का कोर्स करने वालों की संख्या भी बढ़ी है. जबकि पशु जनगणना की बात की जाए तो ये बताती है कि देश में बकरे-बकरियों की संख्या में भी उछाल देखा गया है. देश में सबसे ज्यादा दूध देने वाली बकरी बीटल नस्ल की मानी जाती है. ये बकरी मुख्य तौर पर पंजाब में पाई जाती है.
इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशन की ओर से आयोजित की गई समिट में ये बात साफ हो गई कि बकरी के दूध से भरा एक गिलास सिर्फ दूध ही नहीं बल्कि डॉक्टरी नुस्खा भी है. इसके साथ ही ये बड़े फायदे का सौदा भी है और देश में उभरता हुआ कारोबार भी. बता दें कि दो महीने पहले ही भारतीय बकरी पालकों ने दूध कारोबार से जुड़ी खास जानकारियां नोएडा में दुनियाभर से आए करीब 15 सौ दूध कारोबारियों के साथ शेयर की थी. वहीं केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मथुरा बकरी पालकों सामान्यक से लेकर तकनीकी मामलों में हेल्प करता है.
62 लाख टन हुआ दूध का उत्पादन
केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट से पता चलता है कि साल 2021 में बकरी के दूध का 62.61 लाख मिट्रिक टन प्रोडक्शन किया गया था. यह भारत में कुल दूध उत्पादन का 3 फीसदी हिस्सा था. वहीं देश में इस साल दूध का कुल उत्पादन 210 मिलियन मीट्रिक टन किया गया है. वहीं वर्ष 2014-15 में 51.80 लाख मीट्रिक टन दूध का उत्पाादन किया गया था. जबकि साल 2018 से 2020 तक जरूरत बकरी के दूध उत्पांदन में मामूली गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन फिर से बकरी का दूध कारोबार अपनी रफ्तार पर है.
वहीं गुरू अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी, लुधियाना के वाइस चांसलर डॉ. इन्द्रजीत सिंह कहते हैं कि बकरी के दूध के इस आंकड़े में वो किसान या पशु पालक शामिल नहीं है जो 4-5 बकरी पालकर इसका कारोबार करते हैं. वो अपने आसपास ही इसे सेल करते हैं. जबकि ये वो दौर है जब बकरी के दूध से पनीर, चीज, दूध के बिस्किट बनाया जा रहा है. डॉक्टर भी दवा के तौर बकरी के दूध का सेवन करने की एडवाइस देते हैं. बकरी के चरने की व्यवस्था को देखकर इसके दूध को 100 फीसद ऑर्गेनिक दूध कहा जा सकता है.
किस राज्य में सबसे ज्यादा बकरी है
बकरी के मामले में राजस्थान पहले नंबर पर आता है यहां पर 68 लाख बकरी है. जबकि उत्तर प्रदेश में 46 लाख, मध्य प्रदेश में 41 लाख, महाराष्ट्रा में 37 लाख, तमिनाडु में 32 लाख इसकी संख्या है. वहीं राजस्थान में 21.80 लाख दूध का उत्पादन होता है. उत्तर प्रदेश में 13.19 लाख उत्पादन होता है. मध्य प्रदेश में 9.10 लाख उत्पादन होता है. गुजरात में 3.52 लाख, महाराष्ट्रा में 3.22 लाख दूध का उत्पादन होता है. देश में साल 2020-21 में दूध देने वाली बकरियों की संख्या 3.63 करोड़ थी. साल 2014-15 में दूध देने वाली बकरियों की संख्या 3.09 करोड़ थी. वहीं देश में बकरियों की कुल 37 नस्ल रजिस्टर्ड हैं.
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