नई दिल्ली. चिकन आमतौर पर सबसे सस्ता बिकने वाले मीट में से एक है. इसमें चर्बी कम होती है और यही वजह है कि ये सबसे ज्यादा खाने वाला मीट भी है. जबकि चिकन में भरपूर प्रोटीन होता है और विटामिन मिनरल का भी स्रोत है. इसमें खास स्तर तक मोनो सैचुरेटेड फैट होता है जो लोगों को हृदय और दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. चिकन में भरपूर प्रोटीन होता है और विटामिन मिनरल कभी हम स्रोत है. साल 2015 की पोल्ट्री बाजार की समीक्षा की बात की जाए तो भारत में प्रति व्यक्ति चिकन की खपत 3.1 किलो थी, जो दुनिया की औसत 17 किलो से बहुत कम है. अक्सर लोगों के जहन में चिकन को लेकर यह सवाल उठता है कि खाने में स्किनलेस चिकन बेहतर होता खाने में या स्किन सहित आई इसका जवाब जानते हैं
शरीर में 32 ग्राम फैट जाता है
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अर्जेंटीना में मीट न्यूट्रिशन इनफॉरमेशन सेंटर की न्यूट्रीशनिस्ट के मुताबिक चिकन में 32 फ़ीसदी फैट होता है. स्किन सहित 100 ग्राम चिकन खाया जाए तो शरीर में 32 ग्राम फैट चला जाता है. जबकि चिकन की स्किन में मौजूद फैट में दो तिहाई हिस्सा अनसैचुरेटेड होता है. इसे अच्छा फैट्स भी कहा जाता है. यह वास खून में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर बनाता है. फैट का कुछ हिस्सा सैचुरेटेड होता है, जिसे बैड फैट्स भी कहा जाता है. यह शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ता है.
स्किनलेस चिकन खाने की दी जाती है सलाह
स्किन सहित मांस खाने पर हर हिस्से के साथ कैलोरी की मात्रा 50 फीसदी बढ़ जाती है. अगर हम स्किनलेस चिकन का छह औंस ब्रेस्ट का हिस्सा खाते हैं तो हमारे शरीर को 284 कैलोरी मिलती है. अगर स्किन के साथ चिकन खाया जाए तो 386 कैलोरी मिलेगी. यही वजह है कि लोगों को स्किनलेस चिकन खाने की सलाह दी जाती है. ताकि अतिरिक्त कैलोरी शरीर में न जाए. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर स्वस्थ और शारीरिक रूप से सक्रिय व्यक्ति जिसका वजन लंबाई के हिसाब से बिल्कुल ठीक है. वह चिकन बनाने के साथ अलग की गई स्किन पकाने के समय उसमें डाल दे जिससे चिकन ज्यादा रसदार हो जाता है.
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