नई दिल्ली. वैक्सीनेशप को लेकर कई तरह के सवाल पशुपालकों के मन में रहते हैं, मसलन कब वैक्सीन लगवाना चाहिए कब नहीं. किस वक्त सबसे ज्यादा वैक्सीन लगवाने का फायदा मिलता है आदि. अगर आप के मन में भी वैक्सीनेशन को लेकर सवाल है तो यहां आपको आपके सवालों के जवाब मिलेंगे. भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) बरेली एक्सपर्ट के मुताबिक गर्भावस्था के शुरुआती चरण में गर्भवती पशु को वैक्सीनेशन करने में कोई बुराई नहीं है. हालांकि, गर्भावस्था की आखिरी तिमाही में पशुओं का टीकाकरण करने से बचना चाहिए. वैक्सीन के कारण आया बुखार भ्रूण के लिए एक संभावित खतरा होता है.
आप पशुपालक हैं और इस तरह के सवालों के जवाब चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें इसमें वैक्सीनेशन को लेकर कई सवालों और उसके जवाब को लिया गया.
सवाल-जवाब यहां पढ़ें
सवाल: क्या गाय और भैंस को एक साथ कई बीमारियों से बचाव की वैक्सीन लगाई जा सकता है?
जवाब: हां. इस वक्त गाय एवं भैंसों के लिए एफएमडी (खुरपका एवं मुंहपका रोग) एचएस (गलघोंटू) और बीक्यू (लंगड़िया) के खिलाफ संयुक्त वैक्सीन उपलब्ध हैं.
सवाल: डेयरी पशुओं की किस कैटेगरी का वैक्सीनेशन नहीं किया जाना चाहिए?
बीमार पशुओं, हाल ही में ब्याये पशुओं (ब्याने के 3-4 सप्ताह बाद तक) और 3-4 महीने की उम्र तक की बछियों का टीकाकरण नहीं किया जाना चाहिए. साथ ही अन्य तनावपूर्ण स्थितियों जैसे खराब मौसम, चारे और पानी की कमी, संक्रामक बीमारी के प्रकोप, परिवहन आदि के समय भी टीकाकरण से बचना चाहिए.
सवाल: वैक्सीनेशन के स्टोरेज के लिए अच्छी प्रबंधन प्रक्रियाएं क्या हैं?
जवाब: टीके का जमने पर उपयोग नही किया जाना चाहिए. एक्स्पायर्ड टीके को उचित स्थान पर फेंक दें. फ्रिज में आगे की तरफ रखी वैक्सीन का इस्तेमाल करें. टीकों को ज्यादा स्टोर न करें. वैक्सीन को उचित तरह से लगाने के लिए कर्मचारियों, परिवार के सदस्यों एवं अन्य लोगों को ट्रेनिंग दें.
वैक्सीनेशन के उपयोग के लिए अच्छा प्रबंधन प्रक्रियाएं क्या है?
वैक्सीन को फ्रिज के अंदर रखने के कम से कम एक घंटे पहले फ्रीज को ठंडा करें. 35 से 45 डिग्री फार्नेहाइट पर स्थिर तापमान बनाए रखने के लिए पर्याप्त बर्फ या ठंडे पैक का उपयोग करें. सुबह या दोपहर किसी भी एक समय में वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त वक्सीन लें, दोनों समयों के लिए एक साथ वैक्सीन न लें. फ्रीज को धूप से दूर रखें. किसी भी बचे हुए बिना खुली वैक्सीन की पहचान कर पहले उनका उपयोग करें. अलग-अलग टीकों के लिए एक ही वैक्सीन गन का इस्तेमाल न करें.
डेयरी पशुओं में टीके लगाने की अच्छी प्रक्रिया क्या है?
गर्दन के मध्य क्षेत्र में कंधे के सामने इंजेक्शन लगाएं और गर्दन के पीछे के क्षेत्र में इंजेक्शन नही लगाना चाहिए. वैक्सीन लगाने से पहले सिरिंज या गन से हवा निकाल दें. लेबल द्वारा बताई गई सही गेज और उचित लंबाई वाली सुई का प्रयोग करें. प्रत्येक बार जब आप सिरिंज या वैक्सीन गन भरते हैं तो सुई बदलें. दबी हुई, मुड़ी हुई या टूटी हुई सुइयों को बदल दें तथा इनका प्रयोग न करें.
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