नई दिल्ली. जब बात की जाती है बैल की ताकत और मजबूती की तो नागौरी बैल की बात ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता. क्योंकि उनकी ताकत का अंदाजा हम इस बात से लगा सकते हैं कि बिना थके, यह 12 से 13 घंटे लगातार काम करने में सक्षम होते हैं और घोड़े की तरह भी होते हैं. नागौरी बैल दौड़ने में काफी तेज यह बिल्कुल मारवाड़ी घोड़े की तरह दिखते हैं.
सफेद और स्लेटी होते हैं
नागौरी बैल अपनी अलग पहचान के लिए जाने जाते हैं. जिनका मुख्य कारण उनकी ताकत व बल क्षमता है के लिए होता है. दिन भर में 5 एकड़ भूमि को बिना थके जोतने की इनके अंदर कूवत होती है. नागौरी बैल कद-काठी व सुंदरता के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध हैं. इन बैलों की नस्ल सुंदर शांत व चौकन्ना रहने वाली मानी जाती है. इनके रंग रूप की बात करें तो सफेद और हल्के स्लेटी रंग के होते हैं.
20 क्विंटल बोझ उठा लेती हैं जोड़ी
नागौरी बैल का सिर घोड़े की तरह मुख पतला और संकरा होता है. आंखें छोटी हिरन जैसी चमकदार होती हैं और कानों का आकार मध्यम व हल्का गुलाबी होता है. इनकी पूछ नीचे पैरों तक होती हैं. लंबे व सीधे छोटे खुर होते हैं और बहुत ही मजबूत भी होते हैं. नागौरी बैल विश्व में इसलिए प्रसिद्ध है, क्योंकि इसमें घोड़े जैसी फुर्ती होती है. इनकी काठी व सुंदरता के लिए भी देखा जाता है. नागौरी बैल की जोड़ी में बोझ उठाने की क्षमता 20 कुंतल से अधिक होती है.
इन राज्यों में है भारी डिमांड
नागौरी बैलों की कीमत 1 लाख से 4 लाख रुपये तक होती है. साथ ही देश के कई राज्यों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और कर्नाटक में उनकी खूब डिमांड है. नागौरी बैल का मुंह छोटा व लंबा थुई लंबी व सीधी होती है. गर्दन मोर जैसी पतली होती है. लंबाई 6 से 7 फीट होती है. ऊंचाई समांतर 7 फीट या उसे अधिक होती है.
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