नई दिल्ली. घर में रखा एक्वेरियम देखने में खूबसूरत लगता ही है, पानी में छोटी-छोटी मछलियां और जलीय पौधे देखकर पूरे दिन की थकान एक पल में दूर हो जाती है. अधिकतर लोग शौक में एक्वेरियम खरीद लेते हैं, लेकिन इसकी ठीक से देखभाल नहीं कर पाते हैं. इस कारण एक्वेरियम की मछलियां मरने लगती हैं. ऐसा खासतौर पर गर्मियों के मौसम में होता है. अगर आप एक्वेरियम में गोल्ड फिश पाल रहे हैं तो उसकी देखभाल बहुत जरूरी होती है. आइये आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए एक्वेरियम की गोल्ड फिश की देखभाल के बारे में जानकारी देते हैं.
एक्वेरियम में बहुत से लोग गोल्ड फिश रखना पसंद करते हैं. इससे घर की खूबसूरती काफी बढ़ जाती है. एक्वेरियम में गोल्ड फिश की खास देखभाल करनी पड़ती है. इस गर्मी से न केवल इंसानों को मछलियों को भी गर्मी से राहत की जरूरत होती है. गोल्ड फिश एक ऐसी मछली है जो सामान्य तापमान में रहती है. कई बार लोग गर्मियों के मौसम में एक्वेरियम की साफ सफाई नहीं करते हैं, जिसकी वजह से गोल्ड फिश मरना शुरू हो जाती है.
गोल्ड फिश की देखभाल करने के टिप्स: अगर आप एक्वेरियम में गोल्ड फिश पालने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए बड़ा टैंक लेने की जरुरत होती है. छोटे टैंक में मछलियों की देखभाल करना थोड़ा कठिन होता है. गोल्ड फिश को कभी भी किसी बाउल में नहीं रखना चाहिए. क्योंकि मछली को पानी में घूमने के लिए जगह नहीं मिल पाती है और मछली मर जाती है. अगर आपके टैंक में मछलियां मर रही हैं, तो आपको एक अच्छे फिल्ट्रेशन सिस्टम की जरूरत है. बहुत से लोग घर में खुद से हफ्ते में एक बार टैंक का पानी चेंज करते हैं. ऐसे में मछलियां मर भी सकती है. अच्छे फिल्ट्रेशन सिस्टम होने से महीने में एक बार पानी बदलने की जरूरत पड़ती है. टैंक का केवल 10 से 20 प्रतिशत ही पानी बदलें.
टैंक के लिए लाइट है बेहद जरूरी: एक्वेरियम खरीदते समय टैंक के लिए लाइट जरूर खरीदें. गोल्ड फिश की अच्छी नींद और सेहत के लिए लाइट बहुत जरूरी है. क्योंकि घर की सामान्य लाइट और लैंप गोल्ड फिश के लिए सही नहीं है. ध्यान रखें कि आप अपने टैंक को कभी भी सीधे धूप में न रखें, क्योंकि इससे तापमान में उतार-चढ़ाव हो सकता है. अगर मछलियों को धूप नहीं मिलती हैं, तो वह सही से सो नहीं पाती हैं. जिस वजह से वह सुस्त हो जाती है. अगर आपके एक्वेरियम को नेचुरल धूप नहीं मिलती है, तो आप रोजाना लगभग 8 से 12 घंटे तक एक्वेरियम की लाइट जलाकर रखें.
गोल्डफिश के बारे में: गोल्डफिश बेहद मजबूत होती है और यह दुनिया में सबसे ज़्यादा पाली जाने वाली मछली है. गोल्डफिश अपने शानदार लाल-सुनहरे रंग के लिए मशहूर है. इसकी लंबाई लगभग 20 सेमी तक हो सकती है और यह 10 साल या उससे अधिक तक जीवित रह सकती है. शरीर ओवरलैपिंग स्केल की पंक्तियों द्वारा सुरक्षित होता है, जिनकी संख्या कभी नहीं बढ़ती, लेकिन मछली के बढ़ने के साथ-साथ आकार में वृद्धि होती है. गर्मियों में जब विकास तेजी से होता है, तो सर्कुली या विकास के छल्ले अच्छी तरह से फैले होते हैं.
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