नई दिल्ली. देसी मुर्गी आमतौर पर ग्रामीण इलाकों में ज्यादा पाली जाती है. लोग अक्सर से इसे घर के आंगन में या फिर घर के पीछे जगह पर पालते हैं और इससे उन्हें मुनाफा भी मिलता है. लेकिन इसे आप बड़े बिजनेस के तौर पर भी पाल सकते हैं. बहुत से लोग देसी मुर्गी पाल के लाखों रुपए कमा रहे हैं. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग (Department of Animal and Fisheries Resources) बिहार सरकार की मानें तो आप भी देसी मुर्गी पालन करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं. यदि सही तरीके से देसी मुर्गी पालन किया तो इससे आपको अच्छा खासा मुनाफा होगा.
एक्सपर्ट कहते हैं कि देसी मुर्गियों को मीट और अंडा दोनों उत्पादन के लिए पाला जा सकता है. इससे दोनों तरह से कमाई होती है.
कितना मिलता है दाम
देसी मुर्गी प्रति किलो 400 से 500 रुप किलो आसानी से बिक जाती है. वहीं देसी मुर्गी का अंडा 20 से 40 रुपए तक आसानी से बिक जाता है. कई बार दाम एरिया और डिमांड के हिसाब से अलग-अलग रहता है.
देसी मुर्गी का वजन उनके दाने और उनके पालन पोषण के तरीके पर निर्भर करता है. इसलिए उन्हें अच्छा दाना खिलाना चाहिए.
यदि उन्हें संतुलित आहार दिया जाए और फ्री रेंज में पाला जाए तो यह मुर्गियां तेजी से वजन हासिल कर लेती हैं.
आमतौर पर देसी मुर्गी 4 से 6 महीने में 2 किलो तक वजन हासिल कर लेती हैं. फ्री रेंज फार्मिंग करने पर मुर्गी के दाने का खर्च भी काम हो जाता है.
देसी मुर्गी की ये भी खासियत है कि ये कम बीमार पड़ती है. इसलिए दवाइयों का खर्चा भी कम आता है.
देसी मुर्गी पालन में मुर्गियों के मरने का खतरा भी काम रहता है. इसलिए आप इसे ज्याद समय तक पाल सकते हैं.
यदि आपकी मुर्गी सही समय पर बिक नहीं पाती है तो आप मुर्गियों को एक से दो महीना बाद भी बेच सकते हैं.
निष्कर्ष
ब्रॉयलर मुर्गों को पालने की बजाय अगर देसी मुर्गी पालन किया जाए तो ये ज्यादा फायदेमंद है. इससे अच्छी इनकम भी मिलती है.
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