नई दिल्ली. देशभर में पोल्ट्री फार्मिंग और पोल्ट्री प्रोडक्ट को बढ़ावा देने और इसमें आ रही तमाम रुकावटों का हल ढूंढने के लिए देशभर के तमाम पोल्ट्री एक्सपर्ट 27 और 28 दिसंबर को एक मंच पर आए. पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया (PFI) की सालाना बैठक यानि एनुअल जनरल बॉडी मीटिंग में आए एक्सपर्ट ने अपने विचार रखे. जहां सभी ने पोल्ट्री सेक्टर से जुड़े तमाम कारोबारी से सीधे संवाद किया और पोल्ट्री सेक्टर को कैसे ग्रो किया जाए, पोल्ट्री सेक्टर में अंडे और चिकन का कारोबार कैसे आगे ले जाया जाए समेत तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी.
सालाना बैठक में एक ओएमयू साइन किया गया है. इस ओएमयू के जरिये मुर्गियों के वेस्ट से ही एक ऐसा फीड तैयार किया जाएगा, जिसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है. इस फीड को खाने के बाद मुर्गियां ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा से भरपूर अंडे उत्पादित करेंगी. जो बच्चों की हैल्थ के लिए बहुत मुफीद साबित होंगे. आपको बता दें कि इस दौरान हरियाणा महेंद्रगढ़ के आरपीएस कॉलेज ऑफ वेटरनरी साइंसेज को भारत का अग्रणी निजी कॉलेज ऑफ वेटरनरी साइंसेज घोषित किया गया है.
अफवाहों को रोकने के लिए करेंगे काम
पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट रनपाल ढांडा का कहना है कि हम चिकन अंडा और प्रोटीन के प्रमोशन के लिए एक कैंपेन शुरू करने जा रहे हैं. इसके लिए तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सोशल मीडिया टीम भी तैयार है. देशभर में पत्रकारों के साथ बातचीत करके भी इसको बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चिकन और अंडे को लेकर अक्सर अफवाहे फैलाई जाती हैं. इन अफवाहों को रोकने के लिए भी हम तैयार हैं. हम अफवाहों का काउंटर करेंगे और अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे.
चिकन और प्रोटीन की खपत को बढ़ाएंगे
पोल्ट्री इंडिया आईपीईएमए के उदय सिंह ब्यान ने बताया इस एनुएल मीटिंग की तारीफ की और कहा कि ये इवेंट नहीं है यह फेस्टिवल है. जिसमें किसानों को तमाम जरूरी जानकारी एक्सपर्ट द्वारा दी जाती है. तमाम इंडस्ट्री के लोगों से मिलने का इसमें मौका मिलता है. यह प्लेटफॉर्म सेक्टर को आगे ले जाने में सपोर्ट करता है. यह संगठन मुनाफा नहीं कमाता है अलबत्ता मुनाफा लेकर इंडस्ट्री को रिटर्न कर देते है. उन्होंने कहा कि चिकन और प्रोटीन की खपत को बढ़ावा देने के लिए पोल्ट्री इंडिया अपनी पूंजी लगाता है. आगे हम नेगेटिव चीजों को रोकने के लिए भी काम करेंगे.
बच्चों का विकास करेगा ओमेगा 3 अंडा
पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया के एडवाइजर विजय सरदाना ने कहा कि हम हर दिन ये बातें करते हैं कि कॉस्ट आफ प्रोडक्शन को कैसे कम किया जाए, लेकिन हम सभी एक जैसे प्रोडक्ट को बनाते हैं. जबकि दुनियाभर में पोल्ट्री को लेकर बहुत रिसर्च हो रही है. अगर हम कस्टमर की जरूरत को ध्यान में लेकर काम करते हैं तो इसका फायदा भी में मिलता है. पोल्ट्री में बहुत कुछ वेस्ट निकलता है, उसे वेस्ट को प्रोडक्शन करने में भी हम लोगों का खर्चा होता है लेकिन हम उससे वैल्यू जनरेट नहीं कर पाते हैं. आज हमने जो ओएमयू साइन किया है उसमें दोनों फायदे हैं. उन्होंने कहा कि बहुत सी मल्टीनेशनल कंपनी बच्चों के लिए इंपैक्ट फूड बनती हैं. उसके अंदर डीएचए डालती हैं. ये जो डीएचए होता है ये ब्रेन सेल्स को डेवलपमेंट करने में हेल्पफुल है. जबकि बहुत प्रीमियम प्रोडक्ट है. जबकि हम हंड्रेड परसेंट डीएचए इंपोर्ट करते हैं. जबकि मुर्गी के वेस्ट में ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा काफी ज्यादा होती है. इससे फीड बनाकर मुर्गियों को दिया जाए तो उससे हमें ओमेगा 3 फैटी एसिड वाला अंडा हासिल होगा. जिसे बेचकर हम मोटी कमाई कर सकते हैं. क्योंकि ये बच्चों के ब्रेन के विकास के लिए बहुत अच्छा है.
जनता को प्रोटीन के लिए जागरुक कर रहे हैं
PFI के सेक्रटरी रविंद्र संधू ने कहा कि पोल्ट्री में पिछले कुछ समय से भारी दिक्कते हैं. जिसका फार्मर को सामना करना पड़ रहा है. फीड को लेकर हर साल फार्मर्स को नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस बार भी ऐसा ही हुआ है. हमने जीएम मक्का इंपोर्ट करने की सरकार से परमिशन मांगी है अगर मक्का इंपोर्ट हो जाती है इसका फायदा मिलेगा. उन्होंने बताया कि हरियाणा में तीन-चार बड़ी कंपनियों से मीटिंग की एक प्रोग्राम किसानों के साथ चलाया गया है. जिसमें किसानों को मक्का बोने के लिए तैयार किया है, ताकि किसान मक्का बोएं. कहा कि पोल्ट्री चिकन को बढ़ावा देने के लिए हमने काफी काम किया है. दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस करके आम जनता को प्रोटीन के बारे में जागरूक करने की कोशिश की गई है. पोल्ट्री से ही प्रोटीन मिलता है. जिसकी आम जनता को जानकारी नहीं है. उसको बढ़ावा देने के लिए काम किया गया. इसको लेकर एक सोशल मीडिया टीम लगाई है जो इस पर काम कर रही है.
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