नई दिल्ली. पोल्ट्री फार्मिंग बेहतरीन काम है, इससे कमाई की जा सकती है. बहुत से लोग रेंटल पोल्ट्री फार्मिंग भी करते हैं. यानी किराए की जगह लेकर भी पोल्ट्री फार्मिंग का काम शुरू कर सकते हैं. जी हां, आप अगर ऐसा करते हैं तब भी आपको कमाई होती है लेकिन आपको जगह का किराया देना पड़ता है. बता दें कि पोल्ट्री फार्मिंग आमतौर पर ऐसी जगह की जाती है जो आबादी वाली जगह से थोड़ा सा हटकर होती है. ऐसी जगह के किराया वैसे तो कम होता है लेकिन अगर आप खुद की जमीन पर इस काम को करते हैं तब फायदा ज्यादा होता है. क्योंकि आपको किराया नहीं देना होता है.
पोल्ट्री एक्सपोर्ट का कहना है कि रेंट पर जमीन लेकर छोटे लेवल पर भी मुर्गी पालन का शुरू किया जाना चाहिए. बल्कि बहुत ज्यादा बड़े पैमाने में मुर्गी पालन शुरू करने से बेहतर यही है कि छोटे पैमाने पर यह काम किया जाए. ताकि किसी तरह की कोई बीमारी है या फिर कोई और खतरा है तो नुकसान का खतरा भी काम रहे. बहुत बड़े पैमाने में करने पर अगर खतरा आ जाता है तो फिर बड़ा नुकसान होता है.
तो नहीं होगा पोल्ट्री फार्मिंग में नुकसान
पोल्ट्री फार्मर्स कहते हैं कि अगर छोटे पैमाने पर मुर्गी पालन का काम शुरू किया जाता है तो इससे सबसे बड़ा फायदा ये है कि जैसे—जैसे अनुभव बढ़ता है, नुकसान होने का खतरा भी कम रहता है. शुरुआत में एक दो बार नुकसान होने का खतरा रहता है और नुकसान हो भी जाता है और कई बार नुकसान नहीं भी होता है तब भी ज्यादा प्रॉफिट नहीं मिलता है. अगर आप खुद की जमीन पर इस काम को करते हैं और जो पैसा लगाए हैं अगर वही निकल जाता है तो इसका मतलब यह कि आपको नुकसान नहीं हुआ है.
अपनी जमीन पर शुरू करें फार्मिंग
वहीं अगर रेंट पर जगह लेकर पोल्ट्री फार्मिंग का काम शुरू करते हैं तो मान लीजिए किसी बैच में नुकसान हो गया तो और प्रॉफिट नहीं आया तो जमीन का आपको किराया देना ही पड़ेगा. जब आप हर महीने किराए देंगे और फार्मिंग के दौरान आपको नुकसान हुआ तो दोहरा नुकसान होगा. एक तो आपको पैसा नहीं मिलता और दूसरी तरफ आपको जमीन का घर से किराया देना पड़ता है. यह भी एक कारण है, जिसकी वजह से कई बार फार्म खुलने के बाद पोल्ट्री फार्मर्स को बंद करना पड़ जाता है. क्योंकि उनका शुरुआत में नुकसान हो जाता है. इसलिए अपनी जमीन पर ही पोल्ट्री फार्मिंग के काम शुरू करना चाहिए.
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