Home पशुपालन Snake Bite: युवक तरफ बढ़ रहा था सांप, बफादार डॉग ने खुद की जान देकर बचा ली मालिक के बेटे की जान
पशुपालनलेटेस्ट न्यूज

Snake Bite: युवक तरफ बढ़ रहा था सांप, बफादार डॉग ने खुद की जान देकर बचा ली मालिक के बेटे की जान

सांप और अमेरिकन बुल की फोटो.

नई दिल्ली. कुत्ते को दुनियाभर में सबसे वफादार जानवरों में एक माना जाता है. समय—समय पर कुछ ऐसे वाकिए भी घटते हैं, जिससे कुत्तों की वफादारी साबित होती है. जैसे मेरठ की इसी घटना को ले लें. जहां कुत्ते ने अपने मालिक के बेटे की जान बचाने के लिए खुद की जान की परवाह नहीं की और जहरीले सांप से जा भिड़ा. सांप ने कुत्ते को एक बार नहीं बल्कि कई बार काटा. इसके चलते उसके शरीर में जहर फैल गया. इसे पूरे मंजर को देखने वाले लोग कुत्ते की वफादारी को देखकर दंग रह गए.

दरअसल, पूरा मामला यूपी के मेरठ जिले के दौराला के रामपुरी मोहल्ले का है. जहां एक पालतू मादा डॉग ने वफादारी की मिसाल पेश करते हुए अपनी जान देकर मालिक के बेटे को सांप के हमले से बचा लिया. दरअसल रामपुरी निवासी किसान अजय कुमार उर्फ कल्लू का परिवार गर्मी की वजह से गैलरी में सो रहा था. उनका छोटा बेटा वंश (23) गेट की ओर सबसे आगे लेटा था. बुधवार तड़के करीब 3 बजे घर में रसेल वाइपर प्रजाति का जहरीला सांप घुस आया और वंश की चारपाई की ओर बढ़ रहा था. इसी वक्त वहां मौजूद अमेरिकन बुल नस्ल की पालतू डॉग ‘मिनी’ ने सांप से भिड़ गई.

27 घंटे तक चला इलाज
इस दौरान वहां सो रहे सभी की आंख खुल गई. तभी सभी ने देखा कि कुतिया मिनी ने सांप को अपने जबड़े में पकड़ा हुआ है और सांप बार-बार उसे काट रहा है. परिवार के लोगों ने हिम्मत बांधकर सांप को लोहे की रॉड से दबाया और उसके बाद एक डिब्बे में बंद किया गया और जंगल में छोड़ दिया. हालांकि सांप के काटने से कुतिया बेहोश हो गई और फिर उसे मोदीपुरम और फिर गाजियाबाद ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान 27 घंटे बाद उसकी मौत हो गई. मिनी पिछले पांच साल से इस परिवार का हिस्सा थी. वंश के घरवालों ने अब उसकी जगह दूसरी मादा डॉग ले आए हैं, जिसे भी ‘मिनी’ नाम दिया गया है.

सांप को पकड़ लिया
परिजनों के मुताबिक जब रसेल वाइपर वंश की चारपाई की ओर बढ़ रहा था. तभी मिनी सांप से भिड़ गई. सांप ने उसे 26 बार डसा, लेकिन उसने जबड़े से पकड़ नहीं छोड़ा. मिनी की भौंक से वंश की नींद खुली और वह बच गया. इसके बाद लोगों ने मिलकर सांप को पकड़ा मगर उसे मारा नहीं गया. मिनी की मौत के बाद परिवार के हर सदस्य ने उसे अंतिम विदाई दी. सभी कुतिया की मौत से बेहद ही सदमे में हैं. वहीं आसपास के लोगों ने भी जब इस घटना का सुना तो बेहद ही अफसोस करते नजर आए.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

HF Cross Cow milk per day
पशुपालन

Animal Husbandry: गर्मी में कैसे होती है थनैला बीमारी, बचाव और इलाज के बारे में भी जानें यहां

एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि गर्मी में होने वाले थनैला रोग की...

पशुपालन

Cow Husbandry: बेसहारा घायल गोवंश का किया इलाज, चार गायों की सर्जरी और तीन का कृत्रिम पैर लगाया

नानाजी देशमुख वेटरनरी साइंस यूनिवर्सिटी के कुलगुरु डॉ. मनदीप शर्मा डीन डॉ....

murrah buffalo livestock
पशुपालन

Animal Husbandry: पशु को क्यों होती है अपच की समस्या, लक्षण और उपचार के बारे में पढ़ें यहां

गंभीर मामलों में अपच पशुओं के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती...

साहलेज हरे चारे का एक वैकल्पिक स्रोत है, जिसे किसी भी अन्य सूखे चारे, हरे चारे और पशु आहार के साथ मिश्रित करके पशुओं को खिलाया जा सकता है.
पशुपालन

Animal News: सालभर हरा चारा लेने के लिए पशुपालक बरसात में करें ये काम

साइलेज में आग लगने का खतरा नहीं रहता. इसे सभी मौसम में...