नई दिल्ली. भीषण गर्मी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. इसका असर जानवरों पर भी हो रहा है. पालतू जानवरों के लिए उनके पालक व्यवस्था कर रहे हैं लेकिन बेसहारा जानवरों की परेशानी बढ़ गई है. भोजन, पानी न मिलने और गर्मी की वजह से जानवर चिड़चिड़े हो रहे हैं. बौखलाए जानवर हमलावर हो रहे हैं. शहर में कुत्तों के काटने और बंदरों के हमले की घटनाओं में इजाफा हुआ है. सड़क घूमने वाले सांड और गाय भी हमलावर हो रही हैं.
गर्मी के बढ़ते ही कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ गई हैं. निजी हो या सरकारी अस्पतालों में कुत्ते काटे का इंजेक्शन लगवाने के लिए लोग बढ़ी संख्या में पहुच रहे है. अप्रैल के मुकाबले मई में इजेक्शन का आंकड़ा 50 फीसदी बढ़ गया. बंदरों पर भी मौसम की मार पड़ रही है. पानी और भोजन न मिलने तथा गर्मी से बचाव के लिए उचित स्थान न मिल पाने के कारण बंदरों का व्यवहार बदल गया है. बंदरों के गुटों में झड़प बढ़ी हैं तो इंसानों पर भी हमलावर हो रहे हैं. बंदरों के हमले के शिकार भी जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं. शहर की सड़कों पर घूमने वाले सांड और गायों को भी पानी नहीं मिल पा रहा है. कई जगहो पर देखने को मिल रहा है कि स्थानीय नगर पालिका या नगर निगम ने बेसहारा जानवरों को लिए शहर की सड़कों पर सीमेंट से पानी की छोटी टंकी रखवाई हैं, जिनमें कर्मचारी पानी भरते हैं जिससे बेजुबानों को पानी मिल सके.
बीमार बेसहारा जानवरों की मौतें बढ़ीं
पशु चिकित्सक डॉक्टर मनोज जैन का कहना है कि भीषण गर्मी की वजह से बेसहारा जानवरों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पर्याप्त पानी और भोजन नहीं मिल पा रहा है. बीमार पशुओं के मरने की घटनाओं में भी वृद्धि दर्ज की गई है. नगर निगम के कंट्रोल में शिकायतें बढ़ी हैं. निगम के कैटल कैचर प्रतिदिन मृत जानवरों के शवों का निस्तारण कर रहे हैं.
बेसहारा जानवर और पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करें
पशु चिकित्सक डॉक्टर मनोज जैन ने कहा कि गर्मी की वजह से जानवरों में चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है. उन्हें पर्याप्त पानी और भोजन नहीं मिल पा रहा है, जिससे वे हमलावर हो रहे हैं।.शहर में घूमने वाले बेसहारा बीमार जानवरों के मरने की शिकायत भी आ रही हैं. अपील है कि बेसहारा जानवर और पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था कर दें जिससे उन्हें परेशान न होना पड़े. कु्त्तों के काटने के मामलों में पिछले 20 दिनों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है. देशभर की बात करें तो सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन बड़ी संख्या में
भीषण गर्मी में कुत्ता-बंदर हुए हमलावर
भीषण गर्मी में बेजुबान भी परेशान हैं. उन्हें पानी और खाना की किल्लत होने के चलते वह खूंखार हो रहे हैं. आवारा कुत्तों, बंदरों और सांड़ों के हमलों के मामले अचानक बढ़ गए हैं. ऐसी गर्मी में वृक्षों की कमी और सूखे नहर तालाब भी उन्हें परेशान कर रहे हैं. कुत्तों के झुंड छांव और पानी की तलाश में भटकते नजर आ रहे हैं. यह इंसानों पर हमलावर हो रहे हैं. इसके चलते देशभर के स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या में इजाफा हो गया है.
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