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Cow: साल 2025 को घोषित किया जाएगा गोवंश रक्षा वर्ष, ये राज्य कर सकता है ऐलान

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बैठक मंत्री जोराराम कुमावत और अधिकारी.

नई दिल्ली. गाय देश में हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है. जिसको लेकर राजस्थान सरकार एक बड़ा फैसला ले सकती है. गाय को राजमाता का दर्जा दिये जाने की चर्चा की बीच राज्य की सरकार साल 2025 को गोवंश रक्षा वर्ष घोषित करने पर​ विचार कर रही है. जल्द ही इसका ऐलान भी हो सकता है. राजस्थान के पशुपालन, गोपालन और डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि सरकार गाय को राजमाता का दर्जा देने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है. उन्होंने वर्ष 2025 को गौ वंश रक्षा वर्ष घोषित करने पर भी अपनी सहमति दी और कहा कि सक्षम स्तर से इसके अनुमोदन के बाद इसकी घोषणा की जाएगी.

वहीं इससे पहले पशुपालन, गोपालन और डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने शासन सचिवालय में बजट घोषणा की लागू करने की समीक्षा बैठक ली. इस दौरान पशुपालन, गोपालन और डेयरी विभाग की बजट घोषणा को लागू करने की भी समीक्षा की और आगामी बजट घोषणा पत्र में शामिल किए जाने वाले बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान सभी विभागों द्वारा किए गए कार्यों का प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए ताकि लाभार्थियों तक समय पर सही सूचना पहुंच सके.

मोबाइल वेटरनरी यूनिट की लगातार हो मॉनिटरिंग
मंत्री ने कहा कि विभागों के कार्यों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि बजट घोषणा के ज्यादातर काम हम पूर्ण कर चुके हैं यह अच्छी बात है ये है कि बचे हुए कार्यों को भी जल्द से जल्द पूरा करने का लक्ष्य हमें लेकर चलना होगा. उन्होंने जिलों में आयोजित होने वाले पशु मेलों के अधिकाधिक प्रचार प्रसार पर जोर दिया और निर्देश दिए कि सरकार और विभाग के कार्यों और उपलब्धियों का प्रदर्शन भी इन मेलों में होना चाहिए. ये मेले विभाग के आयोजन के रूप में दिखने चाहिए. मोबाइल वेटरनरी यूनिट के संचालन पर चर्चा करते हुए पशुपालन मंत्री ने कहा कि इनकी लगातार मॉनिटरिंग बहुत आवश्यक है. इसके लिए प्रतिदिन इनके वीडियो मंगवाने का प्रयास किया जाए. शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने जियो टैग की मदद से टाइम स्पान और लाइव लोकेशन मंगवाने का सुझाव दिया.

गाय के उत्पादन की लगाई जाए प्रदर्शनी
मंत्री कुमावत ने कॉल सेंटर के अधिकाधिक प्रचार प्रसार और मॉनिटरिंग पर जोर देते हुए इसके लिए पंचायत, स्वयंसेवी संस्थाओं और अन्य स्थानीय एजेंसियों का सहयोग लेने के निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिया कि नए वेटरनरी कॉलेजों के आवेदन के लिए एक जनवरी तक पोर्टल खोल दिया जाए. उन्होंने मंगला पशु बीमा के लिए भी समय पर पोर्टल खोलने के निर्देश दिए. कहा कि तीनों विभागों को मिलकर गौंवंश के उत्पादों पर आधारित एक मेला लगाना चाहिए. जिसमें प्रदेश के सभी हिस्सों की गोशालाएं, डेयरी संघ और अन्य स्वयंसेवी संस्थाएं गौमूत्र, गोबर और दूध से बने विभिन्न प्रकार के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाएं. इससे गाय के उत्पादों और डेयरी का प्रचार प्रसार तो होगा ही लोगों की उत्पादों के प्रति रूचि भी बढ़ेगी और पशुपालको का आर्थिक उन्नयन भी होगा.

जांच के मालले में नहीं होनी चाहिए पेंडेंसी
उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि लंबित विभागीय जांच के मामले की ज्यादा पेंडेंसी नहीं होनी चाहिए और रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए. उन्होंने आगामी बजट घोषणा पर चर्चा करते हुए विभागों को निर्देश दिए कि बजट घोषणा में उन्हीं योजनाओं को शामिल किया जाए जिनकी शतप्रतिशत लागू किया जाए. सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में प्रत्येक विभाग अपनी एक वर्ष की उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुए रंगीन सचित्र पुस्तक, फोल्डर,पैम्फलेट आदि का निर्माण करे और लोगों तक पहुंचाए. उन्होंने कहा कि विभागीय उपलब्धियों के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए ऑडियो वीडियो फिल्म भी बनवाई जा सकती है.

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