Home मछली पालन Fish Farming: ठंड से मछली को बचाने के लिए क्या करना चाहिए, इन 8 टिप्स को पढ़कर जानें
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Fish Farming: ठंड से मछली को बचाने के लिए क्या करना चाहिए, इन 8 टिप्स को पढ़कर जानें

मछली में कुछ बीमारियां ऐसी हैं जो पूरे मछली के बिजनेस को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
तालाब में पाली गई मछली की तस्वीर.

नई दिल्ली. मछली पालन एक बेहतरीन व्यवसाय है. जिसे करके मछली किसान अच्छी खासी इनकम हासिल कर सकते हैं. मछली पालन तालाब में या फिर टैंक में भी किया जा सकता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि एक एकड़ के तालाब में मछली पालन करने से 1 साल में 5 लाख रुपये तक की इनकम की जा सकती है. हालांकि मछली पालन में कई बातों का ध्यान देना भी जरूरी होता है, जिसका सीधा रिश्ता मछलियों की ग्रोथ से जुड़ा हुआ होता है. अगर मछलियों की ग्रोथ और उत्पादन कम हो जाएगा तो मछली पालन में फायदे की जगह नुकसान होने लगता है.

मछली पालन के दौरान जब ठंड का मौसम आता है तो मछलियों की खास तरह से देखभाल की जरूरत पड़ती है. मछलियों का स्वास्थ्य और उनकी ग्रोथ काफी हद तक टेंपरेचर पर ही निर्भर करती है. ठंड के मौसम में पानी के तापमान की समय-समय पर जांच की जानी चाहिए. जरूरत पड़ने पर तालाब के ऊपर तिरपाल या अन्य सामग्री ढकी जाती है. ताकि टेंपरेचर मेंटेन रहे. एक्सपर्ट कहते हैं अगर पानी का टेंपरेचर नियंत्रित रहता है तो मछलियों को ठंड नहीं लगती और उन्हें बीमारियां नहीं होती हैं. कई बार ठंड की वजह से मछलियों की मौत भी होने लगती है. इसलिए उपाय करना जरूरी है.

अहम बातों को पढ़ें यहां
फिश एक्सपर्ट की मानें तो तालाब में पानी का तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहना चाहिए. जबकि ठंड में तापमान इससे नीचे गिर जाता है.

कोशिश करें कि सुबह शाम तालाब में ताजा पानी डालें. इससे मछलियों को गर्म पानी से नहलाना भी कहा जाता है. इससे तालाब का टेंपरेचर भी मेंटेन रहेगा.

तालाब के आसपास बांस या प्लास्टिक की शेडिंग लगाकर भी पानी का तापमान कम किया जा सकता है. ये एक बेहतरीन विकल्प भी है.

अक्सर तालाब में बैक्टीरिया पर पनपने लगते हैं. बैक्टीरिया पनपने का मतलब है कि मछलियों की ग्रोथ रुकेगी. उन्हें बीमारी हो सकती है. इसलिए तालाब में चूने का इस्तेमाल करते रहें.

ठंड के दौरान तालाब में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है. पानी में घुलनशील ऑक्सीजन की मात्रा बनाए रखने के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जा सकता है.

फिश एक्सपर्ट का कहना है कि सर्दियों में मछलियों को हमेशा ही हल्का और कम मात्रा में आहार दिया जाना चाहिए और पानी की गुणवत्ता बनाए रखना चाहिए.

ठंड के दौरान मछलियों की समय-समय पर जांच जरूरी होती है. जिससे यह पता चल जाता है कि भी मछली कहीं बीमार तो नहीं है अगर बीमार है तो तुरंत उपचार करना चाहिए.

अगर आप टैंक में मछली पालन कर रहे हैं तो टैंक को ऐसी जगह पर रखें जहां पर धूप ज्यादा आती हो इससे पानी का तापमान मेंटेन रहता है.

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