नई दिल्ली. युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में पंजाब के लुधियाना स्थित गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा युवा संवाद-इंडिया@2047 भारत के पांच प्रण – युवा संवाद चर्चा का आयोजन किया गया. इसमें विश्वविद्यालय के महाविद्यालयों के 150 स्वयंसेवकों ने भाग लिया. इनमें से चयनित 30 युवाओं ने 2047 में अपने सपनों के भारत को लेकर अपने विचार व्यक्त किए. भारत के पांच प्रण का नारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया था. प्रतियोगिता के तीन विजेता छात्रों को मंत्री, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे.
अपनी विरासत पर गर्व करना जरूरी
डॉक्टर निधि शर्मा, समन्वयक ने अतिथि डॉक्टर स्वर्णदीप सिंह हुंदल, पूर्व विभागाध्यक्ष पीएयू का स्वागत किया. डॉक्टर हुंदल ने पांच प्रण के बारे में प्रभावशाली ढंग से बात की और कहा कि गुलामी की मानसिकता से बाहर आकर विकसित भारत का लक्ष्य, अपनी विरासत पर गर्व,
एकता, एकजुटता और नागरिक के रूप में हमारी जिम्मेदारियों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में अमृत महोत्सव से अमृत काल में प्रवेश के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला था.
राष्ट्र निर्माण में युवओं की भूमिका महत्वपूर्ण
छात्र कल्याण निदेशक डॉक्टर जतिंदर पाल सिंह गिल ने कहा कि युवाओं को अपने विचार व्यक्त करने के लिए एक बहुत अच्छा मंच मिला है और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है.डॉक्टर बलबीर बगीचा सिंह और डॉक्टर सिमरन ने निर्णायक की भूमिका अदा कर विद्यार्थियों के भाषण का निर्णय किया. भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार कॉलेज ऑफ डेयरी साइंस के अंतरिक्ष गौतम, द्वितीय पुरस्कार कॉलेज ऑफ वेटरनरी साइंस के आदित्य बग्गा को और तृतीय पुरस्कार एनिमल बायोटेक्नोलॉजी कॉलेज की दर्शिका कुमावत को मिला.
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