Home पशुपालन Goat Farm: कम खर्चे में अच्छी कमाई, कैसा हो चारा और शेड; पढ़िए गोट एक्सपर्ट के बेहद जरूरी टिप्स
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Goat Farm: कम खर्चे में अच्छी कमाई, कैसा हो चारा और शेड; पढ़िए गोट एक्सपर्ट के बेहद जरूरी टिप्स

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शेड में पाली जा रही बकरियां. live stock animal news

नई दिल्ली. चाहे पहाड़ी इलाको या फिर मैदानी इलाका, हर जगह सरकार बकरी पालन को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है. इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार किसानों को आर्थिक मदद के अलावा बकरी रिसर्च संस्थानों की ओर से तकनीकी जानकारी भी दिलवा रही है. यही वजह है कि देशभर में अलग-अलग केंद्र सरकार के सहयोग से चलने वाले संस्थान व केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरजी), मथुरा में भी बकरी पालन के साइंटीफिक तरीके पर जोर दिया जा रहा है. यहां पर गोट साइंटिस्ट पशु पालकों को बकरी के चारे से लेकर उसके रखरखाव के बारे में जानकारी देते हैं. गोट एक्सपर्ट का कहना है कि यदि कोई गोट फार्मिंग शुरू करना चाहता है तो शुरू में कम से कम तीन से चार लाख रुपये जरूरत होगी. इस कार्य को 25 से 50 बकरियों से शुरू कर सकते हैं.

यहां ये बात ध्यान देने वाली है कि गोट फार्म में किस नस्ल की बकरे और बकरी को आप पालना चाहते हैं उसकी लागत भी उसी पर निर्भर है. नस्ल के हिसाब से बकरे-बकरी के रेट होते हैं. बकरे और बकरी के रेट भी अलग होते हैं. आपकी लागत इस पर भी निर्भर करती है कि किसान बकरी पालन करना चाहता है या फिर बकरी. या दूध के लिए या मीट के लिए या फिर ब्रीडिंग सेंटर चलाना चाहते हैं. क्योंकि जब फॉर्मर्स दूध के लिए बीटल नस्ल की बकरी खरीदेंगे तो जाहिर है कि वो महंगी होगी. वहीं मीट के लिए बरबरा बकरा पाला जाता है तो वो भी ऊंचे दाम पर मिलता है. इसके अलावा ब्रीडिंग सेंटर चलाने के लिए प्योर नस्ल के बकरा-बकरी भी महंगे दाम पर मिलते हैं. हालांकि आप केन्द्र सरकार से लाइव स्टॉक मिशन के तहत आर्थिक मदद प्राप्त कर सकते हैं.

देशभर में बकरों बकरी की नस्ल की बात की जाए तो नॉर्थ-ईस्ट से लेकर जम्मू-कश्मीर इनकी 37 नस्लें हैं. देश में बकरे-बकरियों की कुल संख्या पशु जनगणना 2019 के मुताबिक 148.88 मिलियन थी. यह संख्या पिछली पशु गणना के मुकाबले 10.1 फीसद ज्यादा थी. जिससे पता चलता है कि देश में बकरी पालन तेजी से बढ़ा है. मथुरा, यूपी में बकरी पालन कर रहे राशिद ने बताया कि अगर आप गोट फार्मिंग शुरू करने जा रहे हैं और 20 से 25 बकरे-बकरियों की संख्या के साथ तो सबसे पहले आपको 20 स्वाकायर फीट लम्बा और 20 फीट चौड़े हॉल की की आवश्यकता होगी. बाजार रेट के हिसाब से 100 से 150 रुपये स्क्वायर फीट इसपर खर्च आएगा. जबकि बिजली के उपकरण और उनकी फिटिंग का खर्च अलग होगा.

सीआईआरजी के प्रिंसीपल साइंटिस्ट डॉ. एके दीक्षित ने बताया कि शुरुआत तो कोई कितनी भी बकरियों से जो कोई करना चाहते तो कर सकता. नुकसान और शुरुआती अनुभव के लिए 10 बकरियों से भी किया जा सकता है. हालांकि जब 50 बकरियों का प्लान है तो इतनी 50 बकरियों के साथ ही दो बकरे पाले जाएंगे. बकरियों के शेड के लिए कोई बहुत ज्यादा तैयारी करने की जरूरत नहीं है. वैसे यदि एक किसान 50 बकरी और दो बकरों के पालन से शुरुआत करता है तो 5.50 लाख से लेकर छह लाख रुपये तक की लागत आएगी. वहीं ध्यान देने वाली बात ये है कि जहां पर बकरी रखी जाएगी वो जगह जमीन से थोड़ी ऊंची होनी चाहिए. हर छह महीने पर उस जगह की मिट्टी को बदलना चाहिए. जबकि पुरानी मिट्टी खेत में डाल दी जाए और नई मिट्टी बकरियों के शेड में भरा जाए. ऐसा करने से बकरियों को बीमारी से बचाया जा सकता है. वहीं ये सब करने के बाद एक साल में एक बकरी पर 5.5 हजार रुपये से लेकर छह हजार रुपये प्रति बकरी मुनाफा होगा

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