नई दिल्ली. सिर्फ खाना खा लेने से ही शरीर की जरूरत पूरी नहीं हो जाती है. शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई चीज अहम है लेकिन इसमें प्रोटीन सबसे ज्यादा अहम है. जब बात प्रोटीन की आती है तो हम अनजान बन जाते हैं. जबकि हमारे खाने में प्रोटीन जरूर होना चाहिए. क्योंकि प्रोटीन हमारी जरूरत है. इस बारे में जाने-माने एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. संजय कालरा कहते हैं कि जब हम बात करते हैं सेहत की तो अक्सर लोग यह कहते रहते हैं कि हम सेहतमंद नहीं है. दिन-ब-दिन सेहत खराब हो रही है. पहले के मुकाबले बीमारियां बढ़ गई हैं. इम्यूनिटी कम हो गई है. हम बीमारी से लड़ नहीं पा रहे हैं. जबकि दवाइयां भी ज्यादा खाना पड़ रही हैं.
डॉ. संजय कालरा कहते हैं इसके कई सारे कारण हैं, लेकिन एक बहुत बड़ा कारण है, हमारा खाना. हमारे खाने में अलग-अलग तरह के तत्व होते हैं. वहीं तीन बड़े तत्व हैं, जिसमें प्रोटीन, फैट और कार्बोहाइड्रेट है. भारत में कार्बोहाइड्रेट और फैट की कमी नहीं है. जबकि जरूरत से अधिक मात्रा में हम इसे खाते हैं लेकिन कमी प्रोटीन की है.
इस तरह के भोजन से मिलता है प्रोटीन
उन्होंने बताया कि हमारे शरीर के लिए प्रोटीन वह ईंट है, जिससे हमारे शरीर की दीवार बनती है. जिससे हमारी दीवार खड़ी होती है. हमारी हड्डियां हमारी मांसपेशियां सब प्रोटीन से बनती हैं. यदि हमारे अंदर प्रोटीन की कमी होगी तो हमारा पूरा शरीर कमजोर हो जाएगा. हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर हो जाएंगी. वहीं बाकी कोशिकाएं काम करना बंद कर देंगी. जबकि हर एक सेल को तंदुरुस्त रखने के लिए प्रोटीन की जरूरत पड़ती है, प्रोटीन अमीनो एसिड से बनते हैं. यहां ये भी जान लें कि हमें प्रोटीन कैसे मिलता है. तो इसका जवाब है कि हमें शाकाहारी और मांसाहारी दोनों भोजन से प्रोटीन हासिल होता है.
प्रोटीन की कमी से कमजोर हो जाता है शरीर
उन्होंने बताया कि यदि प्रोटीन की कमी हो जाए तो हमारा शरीर कमजोर हो जाता है. हमारे बाल, हमारे नाखून सब कमजोर हो जाते हैं. बालों का रंग बदल जाता है. नाखून टूटने शुरू हो जाएंगे और त्वचा में वह चमक नहीं रहेगी. क्योंकि यह सब भी प्रोटीन से बनते हैं. अगर प्रोटीन कम हो तो यह सब भी कमजोर हो जाते हैं. वहीं प्रोटीन की कमी से मांसपेशियों कमजोर हो जाती हैं. मांसपेशियों की ताकत और मांसपेशियों का वजन कम हो जाता है. अगर प्रोटीन की कमी हो जाए तो हड्डियों पर भी इफेक्ट आता है और हमारी हड्डियां भी कमजोरी जाती हैं. इसके अलावा हमारी इम्यूनिटी और बीमारी लड़ने की ताकत भी प्रोटीन से इफेक्ट करती है. अगर प्रोटीन की कमी हो तो हमारी इम्यूनिटी काम हो जाएगी. हम बीमारी से लड़ नहीं पाएंगे. जो भी इनफेक्शंस वाली बीमारिया हैं इसका असर जल्दी होगा.
बीमारियां करती हैं अटैक
डॉ. संजय का कहना है कि कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसमें प्रोटीन की मात्रा ठीक है तो उन्हें वायरल बुखार कम होगा. यदि हुआ भी तो वह कुछ दिन में इस लड़के तंदुरुस्त हो जाएंगे. वहीं ऐसे व्यक्ति जिसमें प्रोटीन की कमी है, उन्हें वायरल बुखार ज्यादा होगा. खांसी जुकाम ज्यादा होगा और होगा तो ज्यादा खतरनाक होगा. उन्हें ज्यादा समय लगेगा बीमारी से खुद को कब रिकवर करने में. कभी-कभी गुर्दों की बीमारी भी प्रोटीन की कमी की हो सकती है. कई बार बच्चों में की प्रोटीन की कमी की वजह से उनके पैर फूल जाते हैं. अगर किसी का भी पैर फूल जाए और बाकी चीजें ठीक हों तो ये प्रोटीन की कमी से भी हो सकता है.
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