नई दिल्ली. पशुओं को चारा दाना खाने के लिए दिया जाता है लेकिन अगर आपके पशु इसकी जगह मिट्टी, कपड़ा या दूसरे सामान खाने लगें तो यह कितनी हैरान करने वाली बात है, लेकिन अक्सर ऐसा होता है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि पशुओं के शरीर में विटामिन बी और खनिज लवणों की कमी की वजह से वो मिट्टी, कपड़ा और लकड़ी आदि सामान खाने लगते हैं. अगर आपका पशु भी ऐसा कर रहा है तो यह बेहद गंभीर है. क्योंकि ये चीज आपके पशु के शरीर में गंदगी पैदा कर देगी और वह कमजोर पड़ने लगेगा. इससे पशु बीमार भी हो जाएगा और उसकी जान भी जा सकती है. इस वजह से इसका इलाज करना बेहद ही जरूरी है.
एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि पशुओं की कई समस्याओं का इलाज जड़ी-बूटियां में मौजूद है बस जरूरत इस बात की है कि इसकी जानकारी पशुपालक भाइयों के पास हो. अगर आपका पशु भी दीवार चाट रहा है, मिट्टी खा रहा है, अपने ही मल मूत्र का सेवन कर रहा है, कपड़े खा रहा है और लकड़ियां खा है तो इस समस्या का इलाज हम आपको यह बता रहे हैं.
इन जड़ी-बूटियों से करें इलाज
इस समस्या का इलाज करने के लिए आपको 700 ग्राम तबाशीर यानी बांस का कपूर लेना है. वहीं आपको सफेद मूसली 200 ग्राम भी लेकर आना है. 100 ग्राम हरा कशिश की भी जरूरत आपको पड़ेगी. इन तीनों चीजों को मिक्स करके मिक्सर आदि में ग्राइंड कर लें. यानी पीस लें. इसके बाद 50 ग्राम की मात्रा में सुबह और 50 ग्राम की मात्रा में शाम में पशुओं को इस खिलाने लगें तो आप देखेंगे कि कुछ ही दिनों में पशु की मिट्टी खाने की, दीवार चाटने की, कपड़ा खाने की और लकड़ी खाने आदि की आदत छूट जाएगी. ये एक तरीके की बीमारी है और इन तीनों औषधियों से इसका इलाज संभव है.
ये काम भी जरूर करें पशुपालक
यहां ये भी जान लीजिए कि पशुओं के शरीर में विटामिन बी और खनिज की कमी की वजह से ऐसा होता है और इससे पाचन क्रिया खराब हो जाती है. वहीं पशुओं के दांतों में बीमारी भी हो जाती है. शरीर में आंतरिक और बाहरी परजीवी भी आ जाते हैं. पशुओं को कमजोरी आ जाती है और वह बीमार पड़ जाते हैं. इसके अलावा पशुओं को दस्त और कब्ज किसी शिकायत हो जाती है. पशुओं को ऊपर बताई गई दवा से इलाज के अलावा उच्च गुणवत्ता वाला भरपूर भोजन भी दें. उनके भोजन में फाइबर और प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए. वहीं उन्हें 3 महीने में एक बार पेट के कीड़े मारने की दवा भी दें.
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