नई दिल्ली. बतख पालन आज लोगों के लिए मुनाफे का बिजनेस बन गया है. बहुत कम लागत में ही बतख पालन किया जा सकता है और लाखों की कमाई से की जा सकती है. बतखों के लिए बेहतर खान-पान और वातावरण बेहद जरूरी होता है, जिसके बतख आपके बिजनेस को लाखों रुपए कमा कर दे सके. आमतौर पर देखा गया है कि मक्का, धान, बाजारा, पपीता और केला की फसल करके किसान मोटा मुनाफा कमाते हैं, लेकिन कई बार दैवीय आपदा के चलते किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है. लेकिन अब खेती के अलावा अगर मुनाफे के लिए दूसरे तरीकों को भी आजमाया जाए तो यह फायदे का सौदा होता है. हम ऐसी फार्मिंग की बात कर रहे हैं, जिससे जुड़कर अच्छी कमाई की जा सकती है. आज हम आपको डक फार्मिंग यानी बतख पालन का बिजनेस बता रहे हैं.
बतख के खानपान का खर्चा बहुत कम होता है, इसलिए लागत उतनी नहीं आती है जितनी के मुर्गी पालन में होती है. अच्छी नस्ल की अगर आपके पास बतख हैं तो 1 साल में यह आपको अच्छी कमाई दे जाती है. बतख जमीन में और पानी में दोनों पर ही पाली जा सकती हैं. बतख के लिए कैसा वातावरण होना चाहिए यह हम आपको बताते हैं. बहुत जरूरी भी होता है यह बतख के लिए जलवायु नम हो, बतख को जलीय पक्षी कहा जाता है. गांव के तालाब हुए, धान का खेत हो, उसमें भी बतखों को पाला जा सकता है. बतख पालने के लिए 25 से 30 डिग्री सेल्सियस का तापमान सही रहता है.
घर का खाना खिलाना बहुत जरूरी होता है आप अपने घर की रसोई का जो कचरा है, चावल, मक्का, चोकर, मछली, इन फूड को भी दे सकते हैं. यह बतखें खाने में बहुत पसंद करती हैं. उनका खान पान में अगर पास में तालाब है तो यह कीड़े और मकोड़े खाकर ही अपना पेट भर लेती हैं. राशन की बहुत ज्यादा इनका जरूरत नहीं पड़ती है.
बतखों की ब्रीड कुछ बतख की अच्छी नस्ल हैं जो हम आपको बता रहे हैं. आरफींगटन, स्वीडन, पैकिंग, सफेद पैकिंग, एलिसबरी, मस्कोवी, राउन बतख की अच्छी ब्रीड मानी जाती हैं. बतखों का प्रयोग वैसे तो अंडों और मांस के लिए किया जाता है. अंडा देने के लिए इंडियन रनर बेहतर है. वहीं अंडा और मांस के लिए डेढ़ लाख रुपये 1000 चूजों पर खर्च कर रहे हैं तो बटख 1 साल में 300 के करीब अंडे देती है और एक अंडा सात से 10 का बिकता है, इससे सालाना की आपकी कमाई है वह साढ़े तीन से चार लाख रुपये तक की हो जाती है.
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