नई दिल्ली. गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, लुधियाना 26 और 27 सितंबर को दो दिवसीय पशु पालन मेला आयोजित करने के लिए तैयार है. शिक्षण विस्तार के डायरेक्टर डॉ. रविंदर सिंह ग्रेवाल के अनुसार, किसानों ने इस कार्यक्रम में अत्यधिक रुचि दिखाई है. यह मेला विश्वविद्यालय की नई तकनीकों और प्रदर्शनों और सीधे किसान-वैज्ञानिक बातचीत का माध्यम बनेगा. दोनों दिनों में पशुधन, मछली और पोल्ट्री खेती में वैज्ञानिक तरीकों को कवर करने वाले तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे. जिससे किसानों को पशुधन, मछली और पोल्ट्री के वैज्ञानिक पालन के लिए सही तरीकों को अपनाने में मदद मिलेगी. इसके अतिरिक्त, पूरे कार्यक्रम के दौरान इंटरएक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किए जाएंगे.
विश्वविद्यालय से हासिल उच्च गुणवत्ता वाले जानवर, जिनमें गाय, भैंस, बकरी और मुर्गी शामिल हैं, किसानों को बेहतर जर्मप्लास्म के साथ अपने झुंडों को उन्नत करने के लिए प्रेरित करने के लिए पेश किए जाएंगे. डेयरी, मुर्गी, सूअर, मछली और बकरी पालन पर संबंधित साहित्य, साथ ही पशुपालन के लिए अभ्यास के पैकेज और विश्वविद्यालय की पत्रिका विज्ञानक पशु पालन, आगंतुकों के लिए उपलब्ध होगी.
मुफ्त में होंगे ये टेस्ट
डॉ. ग्रेवाल ने बताया कि विश्वविद्यालय अपने प्रोडक्ट जैसे क्षेत्र विशेष खनिज मिश्रण, यूरोमिन लिक और बाईपास फैट सस्ती कीमतों पर बेचेगा. गेहूं, धान के भूसे के यूरिया उपचार, खनिज अनुपूरक की तैयारी, थैली डिप का उपयोग, और कीटनाशकों के अनुप्रयोग पर प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे.
आंतरिक कीड़ों, दूध और चारे के नमूनों, और चारे में नाइट्रेट विषाक्तता के लिए मुफ्त परीक्षण सुविधाएं प्रदान की जाएंगी.
किसान विभिन्न बीमारियों के निदान के लिए रक्त, मूत्र, फ़िसेस, और त्वचा के स्क्रेपिंग के नमूने भी ला सकते हैं। ब्रुसेलोसिस परीक्षण जानवरों और मनुष्यों दोनों के लिए प्रदान किया जाएगा.
यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित दूध परीक्षण किट, जो पांच चीजें जिसमें चीनी, स्टार्च, यूरिया, न्यूट्रलाइज़र और हाइड्रोजन पेॉक्साइड का पता लगाने में सक्षम होगी, भी खरीदने के लिए उपलब्ध होगी.
डॉ. जातिंदर पॉल सिंह गिल, उपकुलपति ने साझा किया कि मेले में पड़ोसी राज्यों के किसान और हितधारक भी आकर्षित हो रहे हैं.
पशुधन से संबंधित 100 से अधिक कंपनियाँ, जिसमें फार्मास्यूटिकल्स, पशु आहार, शुक्राणु उत्पादन, उपकरण, मशीनरी, चारा बीज और फीड सप्लीमेंट्स शामिल हैं, प्रदर्शनी में स्टॉल लगाएंगी.
विश्वविद्यालय चार उत्कृष्ट किसानों को पशु, पोल्ट्री और मूल्य वर्धित उत्पाद श्रेणियों में “मुख्यमंत्री पुरस्कार” भी देगा.
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