नई दिल्ली. डेयरी फार्मिंग करने वाले किसान चाहें तो न सिर्फ दूध से बल्कि दूध से बनने वाले तमाम प्रोडक्ट को बेचकर भी कमाई कर सकते हैं. क्योंकि दूध से बने हुए कई प्रोडक्ट दूध के मुकाबले बहुत महंगे बिकते हैं. उदाहरण के तौर पर पनीर को ही ले लीजिए. पनीर की डिमांड बाजार में हमेशा बनी रहती है और पनीर दूध के मुकाबले काफी महंगा बिकता है. त्योहारी और वैवाहिक सीजन में तो पनीर की डिमांड और ज्यादा बढ़ जाती है. इसी तरह से मावा की भी डिमांड खूब रहती है और ये अच्छा कमाई का सोर्स है.
बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग (Department of Animal and Fishery Resources) की ओर से पशुपालकों को जागरुक किया जा रहा है कि वो दूध से अन्य प्रोडक्ट को बनाएं और अपनी इनकम को बढ़ाएं. इसकी जानकारी लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (Livestock Animal News) यहां आपको देने जा रहे हैं कि दूध से कौन-कौन से प्रोडक्ट बनाए जा सकते हैं और इससे अच्छी कमाई की जा सकती है. फिर आइए इस बारे में डिटेल से जानते हैं.
दुधारू पशुओं के उत्पादों का उपयोग
विभाग के एक्सपर्ट का कहना है कि सीधे दूध बेचने की बजाय उसे दही, मक्खन और घी में बदलकर बेचना चाहिए.
अगर पशुपालक सीधे दूध बेचने की बजाय ही, मक्खन और घी बेचता है तो ये ज्यादा फायदेमंद है. क्योंकि इनकी मांग हमेशा बनी रहती है.
इन प्रोडक्ट की कीमत भी बाजार में बहुत ज्यादा रहती है. इसलिए इसे बेचकर अच्छी इनकम कमाई जा सकती है.
बाजार और होटल-रेस्टोरेंट उद्योग में पनीर और छेना की बहुत अधिक खपत होती है. इसे भी बेचकर कमाई की जा सकती है.
खोए से बरफी, पेड़ा, रसगुल्ला आदि मिठाइयां बनाकर स्थानीय मेले और बाजार में बेचने से अतिरिक्त आय प्राप्त होती है.
फ्लेवर दूध और आइसक्रीम की मांग युवाओं और बच्चों के बीच तेजी से बढ़ रही है. इसे भी बेचकर कमाई कर सकते हैं.
निष्कर्ष
विभाग की तरफ से कहा गया है कि दुधारू पशुओं से हासिल उत्पादों का सर्वोत्तम उपयोग कर आय बढ़ाने के कई व्यावहारिक और वैज्ञानिक तरीके हैं. किसान यदि केवल दूध बेचने तक ही सीमित न रहकर उससे जुड़े अन्य उत्पादों और उप-उत्पादों का भी सदुपयोग करें, तो उनकी आय कई गुना बढ़ सकती है.
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