नई दिल्ली. जब हम कोई नया व्यवसाय शुरू करते हैं तो सवाल यह आता है कि माल को कहां बेचेंगे? इसका अच्छा बाजार कहां है? इस तरह से पोल्ट्री कारोबार में भी कुछ ऐसा ही है जब कोई पोल्ट्री फार्म खोलता है तो उसके साथ ही वह पहले से उस कारोबार कर रहे लोगों से सवाल करता है कि अंडा कहां बेचना है. रोज-रोज के अंडे बाजार कैसे पहुंचाए जा सकते हैं. इसलिए किसी भी पोल्ट्री मलिक को कोशिश होती है कि बाजार पोल्ट्री के पास में मिले और रोजाना इस अंडा बिक जाएं.
इस मंडी से तय होते हैं अडे के रेट
बरवाला हरियाणा की सबसे बड़ी अंडा मंडी है. अंडे के थोक कारोबारी हाफिज की मानें तो बरवाला मंडी में रोजाना 1.5 करोड़ से 1.75 करोड़ अंडे का कारोबार होता है. हर दिन के अंडे के दाम भी यहीं से तय होते हैं. देश की ज्यादातर मंडियों में बरवाला मंडी के रेट पर ही बेचे जाते हैं. बरवाला मंडी में तय हुए रेट के साथ प्रति 100 अंडे पर 20 रुपये ट्रांसपोर्ट को जोड़कर लेनदेन होता है. बरवाला मंडी में यदि 600 रुपये के 100 अंडे हैं तो दूसरी मंडी में 20 रुपये ट्रांसपोर्ट का जोड़कर दिया जाएगा और 100 अंडे 620 रुपये के बिकेंगे.
ये हैं अंडे की सबसे बड़ी मंडी
बरवाला अंडा मंडी के बाद अजमेर राजस्थान और यूपी में गोरखपुर भी सबसे बड़ी अंडा मंडी की लिस्ट में शामिल है. इसके अलावा बेंगलुरु, बहरामपुर, चेन्नई, चित्तूर, दिल्ली ईस्ट गोदावरी, वेस्टर्न गोदावरी, होसपेट, हैदराबाद, जबलपुर, कोलकाता, लुधियाना, मुंबई, मैसूर, नमक्कल, पुणे, रायपुर, सूरत, विजयवाड़ा, वारंगल, भोपाल, इंदौर, कानपुर, लखनऊ, मुजफ्फरपुर, नागपुर, पटना, रांची और वाराणसी अंडे की बड़ी होलसेल मंडी है.
लोकल बाजार में अंडा बेचने का फायदा
पोल्ट्री चालक कहते हैं कि अपने शहर के बाहर से अंडा मंडी से अंडा भेजने का बहुत नुकसान होता है. ट्रांसपोर्ट के दौरान अंडा टूटता भी बहुत है. इस लिहाज से लोकल बाजार में अंडा बेचने में ज्यादा फायदा है. जैसे ट्रांसपोर्ट समिति बारवाल में 550 रुपए का प्रति 100 अंडे हैं तो आपकी पोल्ट्री का अंडा 5 में महंगा भी बिक सकता है. हां इतना जरूर है कि उधारी भी हो सकती है.
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