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Poultry Farming: ब्रॉयलर मुर्गों को कब और किन बीमारियों के लिए दी जाती है वैक्सीन, जानें यहां

ये बीमारी दोनों प्रकार में गीला चेचक बीमारी ज्यादा गंभीर मानी जाती है.
प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली. ब्रॉयलर मुर्गों को मीट उत्पादन के लिए पाला जाता है और इससे अच्छा खासा मुनाफा मिलता है. 40 दिन में ये मुर्गे तैयार हो जाते हैं और इन्हें मार्केट में बेचकर मोटी कमाई की जाती है. पोल्ट्री फार्मिंग में भी मुर्गियों को बीमारियों से बचाने के लिए वैक्सीन दी जाती है. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि अगर समय पर मुर्गियां को वैक्सीनेशन नहीं किया गया तो फिर इससे उनमें बीमारियां हो सकती हैं और इसके चलते एक झटके में ही पूरे फॉर्म की मुर्गियां मरने लगती हैं. इसलिए समय पर वैक्सीनेशन करना बेहद ही जरूरी है. तभी पोल्ट्री फार्मिंग का फायदा मिलेगा.

ये तो रही बात वैक्सीनेशन की अहमियत की, लेकिन क्या आपको पता है कि कब वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए? इस आर्टिकल को पूरा और गौर से पढ़ें, हम आपको यहां बताएंगे कि ब्रॉयलर मुर्गो को कब वैक्सीन लगाई जानी चाहिए. जिससे बीमारियों से बचाया जा सके और उनकी ग्रोथ अच्छी हो. ताकि मार्केट में उनका दाम भी अच्छा मिले.

ब्रॉयलर मुर्गों को दी जाती है तीन वैक्सीन
पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि अगर कोई पोल्ट्री फार्मर ब्रॉयलर मुर्गों को पलता है तो उसे यह जान लेना चाहिए कि इन मुर्गों को तीन वैक्सीन दी जाती है. पहली वैक्सीन रानीखेत बीमारी से बचाने के लिए दी जाती है. वहीं दूसरी वैक्सीन गंबोरो के लिए और एक बार फिर रानीखेत बीमारी के लिए वैक्सीन दी जाती है. अगर आपने इन तीनों वैक्सीन को दे दिया तो फिर मुर्गों में कोई बीमारी नहीं आएगी और बेचते वक्त आपको इसका अच्छा दाम मिलेगा. बता दें कि सातवें दिन 14वें दिन और 21वें दिन तीन वैक्सीन मुर्गों को दी जाती है. जिससे वो बीमारियों से बच जाते हैं. उनके अंदर मृत्युदर नहीं दिखाई देती है.

वैक्सीन देने में इस बात का रखें ख्याल
बता दें कि ब्रॉयलर मुर्गों का जब फॉर्म में सातवां दिन हो जाए तब उन्हें रानीखेत बीमारी के लिए वैक्सीन दी जानी चाहिए. वहीं जब मुर्गे 14 दिन पूरे कर लें तब गंबोरो बीमारी के लिए वैक्सीन दी जाती है. इसके बाद 21वें दिन फिर रानीखेत बीमारी की वैक्सीन रिपीट की जाती है. इन तीनों वैक्सीन को देने के बाद मुर्गे सेफ हो जाते हैं. उन्हें कोई बीमारी नहीं लगती है. बस वैक्सीन देने के दौरान इस बात का ख्याल रखें कि वैक्सीन देने से 12 घंटे पहले किसी तरह की एंटीबायोटिक दवा मुर्गों को न दें और वैक्सीन लगाने के 12 घंटे के बाद भी उन्हें किसी तरह की एंटीबायोटिक दवा न दें. मुर्गों को वैक्सीन देने का तरीका बड़ा ही आसान है. ड्रिंकर को अच्छे से साफ कर लें और फिर लिक्वड में पीने के लिए वैक्सीन दे दें.

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