नई दिल्ली. मौजूदा वक्त में बाजार में ऐसे बहुत से प्रोडक्ट मौजूद हैं, जिनकी असली और नकली होने की पहचान करना आसान नहीं है. बाजार में नकली दूध, नकली मावा, नकली पनीर खूब बिक रहा है. लोगों को इसकी पहचान नहीं है इस वजह से लोग इसे असली समझकर खूब खाते हैं. इसके चलते लोगों की तबीयत खराब हो रही है. क्योंकि ये बॉडी के लिए बेहद ही खतरनाक है. हैरत तो ये है कि फल और सब्जियों में भी मिलावट करके उसका स्वाद बढ़ाया जा रहा है. हालांकि प्रोडक्ट्स असली है या नकली है उसकी पहचान करना चाहें तो कोई मुश्किल नहीं है.
अगर डेयरी प्रोडक्ट की बात करें तो पनीर का खूब इस्तेमाल किया जाता है. खासतौर पर शादियों के दौर में पनीर में खाने में खूब खाई जाती है. मांग ज्यादा होने और डिमांड पूरी न कर पाने के कारण पनीर में खूब मिलावट होती है. क्योंकि इस वक्त पनीर की मांग बहुत ज्यादा होती है. अगर आप भी पनीर असली है या नकली है इसकी पहचान करना चाहते हैं तो इस खबर को पूरा पढ़ें आपको इसकी जानकारी यहां दी जाएगी.
पनीर को मसलकर देखें
एक्सपर्ट कहते हैं कि पनीर असली है या नकली इसकी पहचान करने का सबसे पहला तरीका यह है कि पनीर के टुकड़े को हाथों से मसलकर देखें. जब आप हाथ से मसलेंगे तो पनीर टूट कर बिखरने लग जाएगी तो यह समझ लीजिए कि पनीर नकली है. दरअसल, नकली पनीर में स्किम्ड मिल्क पाउडर मिलाया जाता है. स्किम्ड मिल्क पाउडर दबाव सहन नहीं कर पता है और दबाव पड़ते ही बिखर जाता है. इसलिए उसे मसल कर देखना सबसे बढ़िया उपाय है. इस तरह आप आसानी से असली और नकली पनीर की पहचान कर सकते हैं. तो फिर देर किस बात की है, अबसे पनीर की पहचान यूं ही करें.
आयोडिन टिंचर से भी हो सकती है पहचान
इसके अलावा दूसरा तरीका यह है कि पनीर को पानी में उबालें, जब ठंडा हो जाए तो सोयाबीन या अरहर दाल का पाउडर पनीर पर डालें. अगर 10 मिनट बाद पनीर का रंग में बदलाव देख रहे हैं तो ऐसे में समझ सकते हैं कि पनीर में डिटर्जेंट या यूरिया का इस्तेमाल किया गया है. पनीर पर आयोडीन टिंचर की कुछ बूंदें डालने से अगर पनीर का रंग गहरा नीला या काला हो जाए तो समझें की पनीर मिलावटी है. इसमें यह भी समझा जा सकता है कि इस पनीर में स्टार्च की मात्रा बहुत ज्यादा है. बता दें कि आयोडीन टिंचर किसी भी किसी भी केमिकल शॉप पर आसानी से मिल जाता है. हालांकि ध्यान दें कि एक दो बूंद ही आयोडीन टिंचर कर डालना है.
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