नई दिल्ली. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के एक्सपर्ट की मानें तो कोल्ड वाटर फिश में कई मिनरल्स होते हैं, जो इंसानों के लिए बेहद ही जरूरी होते हैं. इसको खाने से इंसानों की सेहत अच्छी रहती है. ठंडे पानी में पलने वाली मछलियों में कैल्शियम होता है, जो बच्चों के लिए बेहद ही जरूरी है. वहीं इसमें मैग्नीशियम और सोडियम भी होता है. इन सभी चीजों का इंसानी शरीर में रोल होता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि ठंडे पानी में पलने वाली मछलियों में पाए जाने वाले इन तत्वों की वजह से इसे खाने से फायदा मिलता है. इसलिए न्यूट्रीशियन एक्सपर्ट मछली केे सेवन की सलाह देते हैं.
ठंड पानी की मछलियों में कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम, पोटेशियम, सल्फर, क्लोरीन, मैग्नीशियम और लोहा होता है. जबकि कॉपर, आयोडीन, मैंगनीज, कोबाल्ट, जस्ता,फ्लोरीन, सेलेनियम कम मात्रा में पाए जाते हैं. जबकि कैडमियम, बोरॉन, आर्सेनिक, एल्यूमीनियम, सीसा, निकल विभिन्न समूहों में ट्रेस मात्रा यानि बहुत कम मात्रा में पाया जाता है.
कैल्शियम की कमी से नहीं होती है ग्रोथ
कैल्शियम से हड्डियों का संतुलन बना रहता है. बच्चों में हड्डी और दांतों को बनाने के लिए कैल्शियम बहुत ही जरूरी होता है. अगर कैल्शियम की कमी हो जाती है तो इससे बच्चों की हड्डियों और दांतों का विकास प्रभावित होता है. जबकि बच्चे का विकास धीमा होता है. दांत कमजोर हो सकते हैं. हालांकि ठंडे पानी की मछली में कैल्शियम होता है. इसके सेवन से बच्चों को फायदा मिल सकता है.
शरीर के लिए होती है सोडियम की जरूरत
हमारे शरीर में सोडियम पानी को बनाए रखता है. शरीर को ठीक से काम करने के लिए सोडियम की जरूरत होती है. ये ब्लड प्रेशर और खून की मात्रा को कंट्रोल करने में काम आता है. एक हैल्दी व्यक्ति को औसतन 1500 मिलीग्राम सोडियम की जरूरत होती है. ठंडे पानी की मछली से इसकी पूर्ति की जा सकती है. वहीं पोटेशियम एसिड बेस बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है. वहीं आयरन हीमोग्लोबिन का एक महत्वपूर्ण घटक है जो ऑक्सीजन को विभिन्न टिश्यू तक पहुंचाता है.
फिश में होता है मैग्नीशियम
आम तौर पर ब्लड सीरम में 2 से 3 मिलीग्राम प्रतिशत होता है. मैग्नीशियम रासायनिक प्रोसेस को तेज बनाने के रूप में काम करता है. यह सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम के साथ मिलकर तरल पदार्थ को बनाए रखता है. संतुलन और सह-कार्बोक्सिलेज जैसे कुछ एंजाइमों में पाया जाता है. मैग्नीशियम विभिन्न उम्र के लोगों के लिए जरूरी होता है. शिशुओं और बच्चों को 100-150 मिलीग्राम प्रति दिन जरूरत पड़ती है.
Leave a comment