नई दिल्ली. यूपी में डेयरी-पोल्ट्री सेक्टर से जुड़े लोगों के लिए बड़ी खबर है. यूपी में डेयरी-पोल्ट्री से जुड़े आम पशुपालक से लेकर छोटे-बड़े सभी कारोबारियों को इसका फायदा मिलेगा. साथ ही यूपी दोनों ही सेक्टर में अपना परचम लहरा सकेगा. इसे लेकर दिल्ली में केन्द्र सरकार प्लान बना रही है. आने वाली 12 नवंबर को यूपी की योगी सरकार और केन्द्र सरकार इस मामले पर बातचीत करने जा रही हैं. ये बातचीत यूपी में ही होगी. ये जानकारी केन्द्रीय राज्यमंत्री मत्स्य, पशुपालन और डेयरी डॉ. एसपी सिंह बघेल ने दी है.
उनका कहना है कि दोनों ही सेक्टर में यूपी में करने के लिए बहुत कुछ है. हम बस उसी मौके का फायदा उठाकर लोगों तक उसका फायदा पहुंचाना चाहते हैं. गौरतलब रहे एसपी सिंह बघेल खुद भी यूपी सरकार में पशुपालन मंत्री रह चुके हैं. और खास बात ये है कि यूपी दूध उत्पादन के मामले में देशभर में पहले स्थान पर है.
डेयरी कोऑपरेटिव के मॉडल पर हो सकता है काम
इस बारे में दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम के दौरान एसपी सिंह बघेल से बात की गई तो उनका कहना था कि यूपी में दूध उत्पादन असंगठित है. जरूरत है इसे संगठित किया जाए. और इसके लिए डेयरी कोऑपरेटिव से बेहतर कोई मॉडल नहीं हो सकता है. हमारे गृह मंत्री जो सहकारिता मंत्री भी हैं वो खुद डेयरी को बढ़ावा देने के लिए इसी मॉडल का जिक्र करते हैं. इसके अलावा यूपी में और भी बहुत सारी पॉजिटिव ऐसी चीजें हैं जो डेयरी और पोल्ट्री को बढ़ाने में मददगार साबित होंगी.
जानें डेयरी कोऑपरेटिव पर क्या बोले अमित शाह
हाल ही में नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) के गोल्डन जुबली समारोह में गृहमंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए थे. इस मौके पर उन्होंने कोऑपरेटिव को लेकर बड़ा बयान दिया था. उनका कहना था कि देश में 8 करोड़ दूध उत्पादन करने वाले परिवार हैं. लेकिन इसमे से सिर्फ 1.5 करोड़ परिवार ही डेयरी कोऑपरेटिव से जुड़े हुए हैं. बाकी के 6.5 करोड़ असंगठित क्षेत्र में हैं. इसका मतलब ये है कि उन्हें दूध का सही दाम नहीं मिल पा रहा है. क्योंकि दूध उत्पादक किसान को कोऑपरेटिव से जुड़कर ही दूध का सही दाम मिल पाता है. केन्द्र सरकार की पूरी कोशिश ऐसे सभी लोगों को कोऑपरेटिव से जोड़ने की है.
डेयरी-पोल्ट्री से जुड़ी यूपी के बारे में कुछ खास बातें-
साल 2021-22 से यूपी दूध उत्पादन में पहले स्थान पर है.
साल 2020-21 में यूपी दूध उत्पादन में दूसरे स्थान पर था.
यूपी लगातार दूध उत्पादन करने वाले टॉप स्टेट में बना हुआ है.
2022-23 में यूपी में 3.62 करोड़ टन दूध का उत्पादन हुआ था.
2016-17 में यूपी में 2.77 करोड़ टन दूध का उत्पादन हुआ था.
यूपी में दूध देने वाली गायों की संख्या 16.49 लाख है.
यूपी में दूध देने वालीं भैंसों की संख्या 4.65 करोड़ है.
यूपी में दूध देने वालीं बकरियों की संख्या 44 लाख है.
यूपी में प्रति व्यक्ति के हिस्से में 426 ग्राम दूध आता है.
अंडे की एनुअल ग्रोथ रेट में यूपी तीसरे स्थान पर है.
अंडा उत्पादन में यूपी 9वें स्थान पर है.
यूपी को सर्दियों में हर रोज 5 करोड़ अंडा चाहिए.
गर्मियों में यूपी को हर रोज 3.5 करोड़ अंडे की जरूरत होती है.
यूपी में साल के 12 महीने 1.5 से 2 करोड़ अंडा उत्पादन ही होता है.
वर्तमान में यूपी मीट उत्पादन में पहले स्थान पर है.
यूपी लगातार मीट उत्पादन करने वाले टॉप स्टेट में बना हुआ है.
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