नई दिल्ली. दुधारू पशुओं को अगर ऐसा चारा खिलाया जाए, जिससे उनका दूध उत्पादन बढ़े, पशु स्वस्थ रहें और उनकी पाचन क्रिया भी अच्छी रहे तो कितना बेहतर होगा. अगर आप ऐसे चारे की तलाश में हैं तो यह खबर आपके लिए है. दरअसल, आप पशुओं को मकचरी खिला सकते हैं. मकचरी जिसे मक्का के नाम से भी जाना जाता है, यह पौष्टिक चारा है जो दुधारू पशुओं के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है. पशुपालन विभाग राजस्थान (Animal Husbandry Department Rajasthan) के एक्सपर्ट ने लाइव स्टक एनिमल न्यूज (Livestock Animal News) से बताया कि मकचरी में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो दूध उत्पादन बढ़ाने में बेहद ही मददगार साबित होते हैं.
ऐसे में मगर आप मछली पशुओं को खिलाते हैं तो इसका फायदा पशुपालन में आपको नजर आएगा. उनकी हैल्थ बेहतर रहेगी. जिससे डेयरी फार्मिंग के काम में आपको मुनाफा कमाने का ज्यादा मौका मिलेगा.
मकचरी के बारे में यहां पढ़ें
मकचरी की यह विशेषता होती है कि इसमें एक ही कल्ले से अनेक कल्ले फूटते हैं, जिससे एक छोटा समूह बन जाता है.
प्रति हैक्टर 40 किलो ग्राम बीज की जरूरत होती है. इसको बोने की विधि मक्का के समान है.
100 कि.ग्रा. नाइट्रोजन और 40 कि.ग्रा. फॉस्फोरस तथा 40 किलो ग्राम पोटाश हैक्टर की दर से प्रयोग करना चाहिए.
फसल बुआई के 2 से 3 माह बाद चारे की कटाई के योग्य होती है. एम.पी. चरी की भांति इसकी भी दो से तीन कटाइयां प्राप्त की जा सकती हैं.
इसकी उपज 600-800 क्विंटल प्रति हैक्टर होती है. हरे चारे की आवश्यकता पशु के शरीर भार, नस्ल तथा प्रकार पर निर्भर करती है जैसा कि सारणी-1 में दर्शाया गया है.
गाय और भैंस को कितना खिलाएं मकचरी चारा
गाय को आप मकचरी की फसल 25 किलो प्रतिदिन खिला सकते हैं. वहीं इसमें आपको 8 किलो सूखा चारा भी देना होगा. हरा चारा सालाना 9125 किलोग्राम और सूखा चारा 2920 किलोग्राम दे सकते हैं.
वहीं अगर भैंस की बात की जाए तो 30 किलोग्राम प्रतिदिन आप मकचरी उन्हें खिला सकते हैं और सालाना 10950 किलोग्राम ये चारा दें. इसके साथ 10 किलो प्रति दिन सूखा और सालाना 3650 किलोग्राम सूखा चारा खिला सकते हैं.
निष्कर्ष
आप इस आर्टिकल को पढ़कर समझ गए होंगे कि मकचरी दुधारू पशुधन के लिए एक महत्वपूर्ण चारा फसल है, जिसको देने के कई फायदे हैं. इसलिए आप भी इसमें इंवेस्ट कर सकते हैं.
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