नई दिल्ली. पशुपालन में अक्सर पशुओं के दिमाग में कई सवाल चलते रहते हैं, जिसका रिश्ता सीधे तौर पर उनके पशुओं की सेहत से जुड़ा रहता है. अगर इसका जवाब पशुपालकों को नहीं मिल पाता है तो वो इससे परेशान रहते हैं. पशुओं को क्या खिलाना चाहिए क्या नहीं, इसे जुड़ा सवाल भी पशुपालक करते रहते हैं. कई बार पशुपालक वनस्पति घी को लेकर भी सवाल करते हैं. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि वैसे भी ये जानना बेहद ही जरूरी है कि वनस्पति घी पशुओं को खिला सकते हैं या नहीं. इसको खिलाने से पशुओं को फायदा होगा या नुकसान? आइये इसके बारे में डिटेल से जानते हैं.
जब भी गाय भैंस, प्रेग्नेंट होती है. उस समय अगर आप पशु को वनस्पति घी देना चाहते हैं तो अपने दिमाग से ये बिल्कुल निकाल दें कि हम उसे लगातार वनस्पति घी दे सकते हैं, लेकिन इसकी जरूरत भी पड़ती है. अगर कोई भैंस लगातार गोबर कर रही है, बराबर पेशाब कर रही है और जुगाली भी कर रही है. यानि उसे पेट से संबंधित से कोई प्रॉब्लम नहीं है तो इसका मतलब है कि सबकुछ सही है. कई बार सबकुछ ठीक रहने के बाद भी उसे पेट दर्द होता है, पशु पेट को खींचता है. अगर पशु को गाभिन हुए 5 महीने हो गयें हैं तो आप वनस्पति घी दे सकते हैं.
इस कंडीशन में 200 ग्राम दे सकते हैं घी
5 महीने होने के बाद अगर कभी कबार आपको लगता है कि पशु का पेट दर्द हो रहा है तो इसकी पहचान यह है कि वह अपने शरीर को खींचेगी या नीचे बैठकर पैर पटकेगी, अगर ऐसी स्थिति हो तो आप घी आराम से दें सकते हैं. उस कंडीशन में एक साथ 200 ग्राम वनस्पति घी दे सकते हैं. घी देने के लिए दूध को गर्म करें और उसमें वनस्पति घी मिला दें. उसे ठंडा कर लें. इसके बाद भैंस को दे दें. या फिर गाय को दे दें. इससे फायदा मिलेगा और यही तरीका भी सही है. वनस्पति घी खिलाएं लेकिन यहां इस बात पर भी ध्यान दें कि सिर्फ दो से तीन दिन तक इसका इस्तेमाल करें. लगातार वनस्पति घी देना सही नहीं है.
घी रोकें, सरसों का तेल दें
अगर कोई पशु प्रेग्नेंट है और उसके साथ-साथ बीमार भी है. बीमारी के दौरान पशु चिकित्सा आपको बता रहे हैं कि इसको आप वनस्पति घी दीजिए तो वहां आप पशु को दे सकते हैं. आखिरी के महीने में भी देने का फायदा होता है. गाय को नवें और भैंस को दसवें महीने में हर दिन 100 ग्राम वनस्पति घी दे सकते हैं. लगातार इसे देते रहें लेकिन ये भी याद रखें कि ज्यादा से ज्यादा 2 किलो ही देना है. इसे आप फीड में भी मिलाकर दे सकते हैं. इससे ज्यादा फायदा होगा. बच्चा देने के समय पशुओं को जो प्रॉब्लम होती है, वो नहीं होगी. जैसे फूल दिखाने की समस्या, जेर न गिरने की समस्या भी दूर हो जाएगी. जबकि आखरी की पांच सात दिन में वनस्पति घी देने से बचना चाहिए. क्योंकि पशु को कुछ ज्यादा गर्मी की जरूरत होती है. इन दिनों में कोशिश करें कि पशुओं को सरसों का तेल दें. इससे फायदा होगा.
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