Home पशुपालन Pashu Mela: जिलास्तर पर भी लगेंगे पशु मेले, इन 5 जिलों से होगी शुरुआत
पशुपालन

Pashu Mela: जिलास्तर पर भी लगेंगे पशु मेले, इन 5 जिलों से होगी शुरुआत

animal pregnancy
प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली. राजस्थान में पशुपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश के हर जिले में चरणबद्ध तरीके से पशु मेलों का आयोजन किया जाएगा. इसके प्रथम चरण के लिए 11 जिलों का चयन किया गया है. यह जानकारी देते हुए पशुपालन, गोपालन तथा देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि प्रतिवर्ष प्रदेश में 10 राज्य स्तरीय पशु मेलों का आयोजन किया जाता है. कला, संस्कृति, पशुपालन और पर्यटन की दृष्टि से यह मेले अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं. देश विदेश के हजारों लाखों पर्यटक इसके माध्यम से लोक कला एवं ग्रामीण संस्कृति से रूबरू होते हैं. उन्होंने कहा कि इन मेलों में दूरस्थ स्थानों के छोटे किसानों और पशुपालकों की आवक कुछ कम रहती है जिससे उनके पास अच्छी नस्ल के पशुओं की जानकारी तथा पशुपालन से संबंधित आधुनिक जानकारी पहुंचने में वक्त लग जाता है और उन्हें इसका लाभ देर से मिलता है.

उन्होंने कहा कि राजस्थान के संवेदनशील मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में वर्तमान सरकार पशुओं और पशुपालकों के कल्याण के लिए कार्यरत है. इसलिए राज्य सरकार ने पशुपालकों की सुविधा को देखते हुए जिला स्तर पर भी पशु मेले आयोजित करने का निर्णय लिया है और अपने पहले ही बजट में जिला स्तरीय पशु मेलों की घोषणा कर दी है. जिसे कई चरणों में अमली जामा पहनाया जाएगा.

11 जिलों में मेले का होगा आयोजन
पहले चरण में इस वर्ष पशुपालन विभाग ने 11 जिला स्तरीय मेलों के आयोजन की योजना बनाई है. वे जिले जिनमें इस वित्तीय वर्ष में जिला स्तरीय मेलों का आयोजन किया जाएगा वे हैं जोधपुर, जैसलमेर, जयपुर, चुरू, बीकानेर, उदयपुर, राजसमंद, पाली, सिरोही, झुंझुनूं और जालोर. इन सभी मेलों के स्थान और आयोजन तिथियां घोषित कर दी गई हैं. उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय पहला मेला चुरू जिले के तालछापर में सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है. आने वाले समय में सितंबर में दो, अक्टूबर में एक, जनवरी-2026 में दो तथा फरवरी माह में पांच जिलों में पशु मेले आयोजित किए जाएंगे. इनमें 8 से 17 सितंबर तक झुंझुनुं जिले के नवलगढ में बदराना पशु मेला, 13 से 17 सितंबर तक राजसमंद जिले के कुरज तहसील रेलमगरा में समेलिया महादेव पशु मेला लगेगा.

और कहां लगेगा मेला
मंत्री ने बताया कि 6 से 10 अक्टूबर तक जयपुर जिले की तुंगा तहसील के देवगांव में नईनाथ पशु मेला, 20 से 24 जनवरी तक जैसलमेर जिले के रामदेवरा पोकरण में बाबा रामदेव पशु मेला, 28 जनवरी से 01 फरवरी तक जोधपुर जिले की केरू पंचायत समिति की ग्राम पंचायत बड़ली में भैरूजी पशु मेला, 7 से 12 फरवरी तक बीकानेर जिले के लूणकरणसर में लूणकरणसर पशु मेला, 15 से 19 फरवरी तक पाली जिले के सांडेराव में श्रीनिंबेश्वर महादेव पशु मेला व जालौर जिले के सायला में मां कात्यायनी देवी पशु मेला, 16 से 20 फरवरी तक उदयपुर जिले के जूनावास, खेमली में अंजना माता पशु मेला, 25 फरवरी से एक मार्च तक सिरोही जिले की रेवदर तहसील के मंडार में लीलाधारी महादेव पशु मेले का आयोजन किया जाएगा.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

गर्मी में खासतौर पर भैंस जिसकी चमड़ी काली होती है और सूरज की रोशनी का असर उसपर ज्यादा होता है.
पशुपालन

Animal News: जून के महीने में इन दो काम को जरूर करें पशुपालक

तभी उत्पादन बेहतर मिलेगा और इससे पशुपालन के काम में फायदा ही...

पशुपालन

Water: पशु-पक्षियों के पीने के पानी की व्यवस्था करने के लिए क्या करें उपाय

सूखते जलाशय एवं नदियों का गिरता जल स्तर विकट समस्या बनती जा...