नई दिल्ली. मुर्गी पालन बिजनेस में आप ब्रायलर नस्ल की मुर्गी को पाल सकते हैं. पोल्ट्री एक्सपर्ट कहते हैं कि इससे आपको ज्यादा आय मिलेगी क्योंकि यह मुर्गी 8 सप्ताह में ही अंडे देने के लिए तैयार हो जाती है. इसमें मीट की मात्रा भी ज्यादा होती है. मीट से भी आप अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं. इसलिए कहा जाता है कि मुर्गी पालन करके आप कम समय में ज्यादा रिटर्न भी कमाया जा सकता है. जबकि इसमें होने वाले खर्चे ज्यादा नहीं होते हैं. ज्यादातर लोग इसे अफॉर्ड कर सकते हैं और यही वजह है कि ग्रामीण इलाकों में इसका पालन किया जाता है.
लेयर मुर्गियां अंडा देती हैं और इससे मुर्गी पोल्ट्री फार्म की कमाई होती है लेकिन अक्सर ऐसा भी होता है कि मुर्गियां अंडे नहीं देती हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक साल भर में एक मुर्गी 280 से 290 तक अंडे देती है. अगर आपकी मुर्गी इससे भी कम अंडों का उत्पादन कर रही है तो उनके फीड में कुछ खास चीज मिलाने की जरूरत है. जिससे वह अंडे देना शुरू कर देंगी. आज के इस आर्टिकल हम आपको ऐसी ही खास फीड के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे मुर्गियां रोज अंडे देना शुरू कर देंगी और सालभर में अपनी क्षमता के मुताबिक अंडों का उत्पादन करेंगी.
लेयर फीड खिलाएं: जिस तरह से इंसानों को कई तरह के फूड की जरूरत होती है, इसी तरीके से मुर्गियों को भी कई चीज दी जानी चाहिए. तभी बेहतर प्रोडक्शन मिलता है. ऐसा भी होता है कि लेयर मुर्गियों को कैल्शियम की कमी हो जाती है. खासतौर पर जब मुर्गियां अंडों का उत्पादन करती हैं तब उन्हें भरपूर मात्रा में कैल्शियम देना पड़ता है. अगर उनके अंदर कैल्शियम की कमी हो गई तो अंडों का उत्पादन कम हो जाता है. यदि आप चाहते हैं कि 30 से 25 अंडे महीने में मिलें तो मुर्गियों को कैल्शियम जरूर दें. इसके साथ ही मुर्गियों को लेयर फीड खिलाना चाहिए.
मुर्गियों के लिए खास किस्म के फीड बनाने के लिए सबसे पहले तो आप दो चम्मच हल्दी पाउडर ले लें और कोशिश करें कि हल्दी पाउडर शुद्ध हो. इसके बाद आप उसमें गेहूं का दलिया मिक्स कर दें. अगर आपके पास गेहूं का दलिया न हो तो इसकी जगह पर गेहूं का आटा भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यह भी उतना ही इफेक्टिव साबित होगा, जितना कि गेहूं का दलिया. इसमें एक बड़ी खास चीज का इस्तेमाल करना है जो मुर्गियों से ही उत्पादित होता है. वो है अंडों का छिलका. इसमें दो अंडों के छिलके भी मिलाएं. उसे हाथों से तोड़कर बारीक कर दें. फिर उसे अच्छी तरह से दलिया और हल्दी में मिक्स कर दें.
कृमिनाशक दवा समय समय पर दें: मुर्गियों की बेहतर ग्रोथ के लिए नियमित रूप से कृमिनाशक दवा देना भी बहुत जरूरी होता है. जबकि बाहरी कीड़ों को खत्म करने के लिए कीड़े मारने की दवा का भी इस्तेमाल किया जाता है. वहीं मुर्गियों को नियमित हरा चारा और स्थानीय उपलब्ध आहार देने से उनकी ग्रोथ बहुत तेजी के साथ होती है. जबकि दूसरे पहलू पर गौर किया जाए तो सिर्फ चरने से ग्रोथ उतनी तेजी केे साथ नहीं होती है. पोल्ट्री एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर पोल्ट्री फार्मिंग में ज्यादा फायदा चाहते हैं तो मुर्गियों को हरा चारा दिया जाना चाहिए.
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