नई दिल्ली. अंडे खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. इसके सेवन से दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है. तनाव कम होता है और आंखों की रोशनी भी तेज करने में अंडे का सेवन फायदेमंद माना गया है. एक्सपर्ट का कहना है कि इसके अलावा अंडे कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट और अंतिम इन्फ्लेमेटरी क्वालिटीज से भरपूर होते हैं. साथ इसमें विटामिन डी और प्रोटीन की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है. इसलिए अंडे खाने चाहिए और यह आपको हर तरह से फायदा पहुंचाने वाली चीज है.
हालांकि इसके बावजूद अंडों को लेकर कई तरह की अफवाहें सोशल मीडिया पर अक्सर तैरती रहती हैं. मसलन यह कहा जाता है कि ज्यादा अंडे खाना नुकसानदेह है. बाजार में प्लास्टिक के अंडे मौजूद हैं. अंडे को ज्यादा उबालने से यह हरे रंग के हो जाते हैं और उनका सेवन करना नुकसानदेह है. जबकि कोरोना के दौरान अंडे को लेकर यह भी दावा किया गया था कि इसमें भी कोरोनावायरस हैं. यहां हम आपको सेंट्रल एवियन रिसर्च इंस्टीट्यूट आईसीआर की ओर से अंडे को लेकर जारी की गई अहम जानकारी के बारे में बताने जा रहे हैं जो जो अंडे को लेकर आपकी नजरिया को बदल देगा.
यदि सच है तो कोई खरीद नहीं सकता
ऐसा दावा किया जाता है कि प्लास्टिक के अंडे बाजार में मौजूद हैं और ये मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं. एक्सपर्ट कहते हैं कि प्लास्टिक अंडे की अवधारणा पूरी तरह से ग़लतफ़हमी है. सीएआरआई की रिपोर्ट के अनुसार कभी-कभी अंडे के छिलके अंदर पक्षियों से कार्बोनेट की हानि के कारण गर्मी बहुत कमजोर और पतली हो जाती है. क्योंकि गर्मियों में लेयर पक्षियों का आहार सेवन (110 ग्राम) कम (70-80 ग्राम) हो जाता है. इसलिए कैल्शियम का सेवन स्वतः ही हो जाता है. कम हो गया जो शैल निर्माण के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार है. इसलिए, अंडे की उपस्थिति लोचदार प्रकार का खोल बन जाता है और क्षति होने का खतरा रहता है. कृत्रिम या प्लास्टिक अंडे तैयार करना सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के संबंध में असमेंबलिंग व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है, और यदि हां, तो यह होगा तो यह महंगा है और कोई भी इसे नहीं खरीद सकता.
क्या गर्मी में नहीं खाने चाहिए अंडे
कहा जाता है कि मुर्गे के मांस और अंडे में उच्च कोलेस्ट्रॉल होता है. या अंडे में गर्मी अधिक होती है. इसलिए गर्मियों में इसका सेवन नहीं करना चाहिए. बुजुर्ग लोग और गर्भवती महिलाओं को अंडे नहीं खाना चाहिए. जबकि अंडे में ऊर्जा की मात्रा कम होती है. (72 कैलोरी/अंडा) और शक्तिशाली पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. विटामिन और अन्य आवश्यक फैटी एसिड जैसे (विट ए, बी कॉम्प्लेक्स, जेएन, एमजी, सीयू, फ़े, सीए, ईसीटी) जो अविश्वसनीय रूप से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं और बुजुर्ग लोग आसानी से पचा सकते हैं. इसी तरह नवजात शिशु के बेहतर विकास के लिए ये पोषक तत्व बढ़ाते हैं. भ्रूण के लिए आवश्यक हैं. अंडे गर्भावस्था के दौरान शारीरिक कार्यप्रणाली का भी समर्थन करते हैं.
क्या हरे रंग के हो जाते हैं अंडे
ऐसी अफवाहें बाजार में हैं कि अंडे उबालने के बाद हरे रंग के हो जाते हैं और खाने में बहुत हानिकारक होते हैं. अंडों को ज्यादा उबालने से अंडों से आयरन और सल्फाइड निकलने लगता है. इससे जर्दी में हल्का हरापन आ जाता है. जबकि पके हुए अंडे बिल्कुल सही होते हैं. उनका इस्तेमाल करना बहुत ही बेहतर होता है. जैसे कि इससे पहले की लाइन में ये बताया जा चुका है कि अंडे खाना बुजुर्ग, महिलाओं और यहां तक की बच्चों और भ्रूण के लिए भी बेहद ही मुफीद है.
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